नई दिल्ली। इजरायल के ताबड़तोड़ हमलों से परेशान हिजबुल्लाह अब संघर्ष विराम चाह रहा है। लेबनान में हिजबुल्लाह ने इजरायल के साथ युद्ध विराम के प्रस्ताव का समर्थन किया है। हिजबुल्लाह के उप नेता नईम कासिम ने अपने एक भाषण में कहा है कि बातचीत के जरिए युद्ध विराम का रास्ता खुला हुआ है। हिजबुल्लाह युद्ध विराम को लागू करने के प्रयासों के पक्ष में है। हाल ही में लेबनान की संसद के अध्यक्ष नबीह बेरी ने युद्ध को रोकने के प्रयासों पर जोर दिया था। अब हिजबुल्लाह की ओर से नबीह बेरी के युद्ध विराम प्रस्ताव का समर्थन किया गया है।
नवभारत टाइम्स की खबर के अनुसार किसी अज्ञात स्थान से लगभग 30 मिनट के संबोधन में हिजबुल्लाह के उप नेता नईम कासिम ने कहा है कि लड़ाई को रोकन के लिए हम नबीह बेरी की राजनीतिक गतिविधि के पक्षधर हैं। हालांकि उसने यह भी कहा कि इजरायल के जबर्दस्त और दर्दनाक प्रहारों के बावजूद हिजबुल्लाह संगठन की क्षमताओं में कोई कमी नहीं आई हैं। हिजबुल्लाह के उप नेता ने अपने समर्थकों को आश्वस्त करते हुए कहा कि हम इजरायल के हमलों का लगातार जवाब दे रहे हैं और उनको भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। इजरायल के बहुत से शहर हमारी मिसाइलों की रेंज में हैं। हमारी क्षमताओं में कोई कमी नहीं आई है।
गौरतलब है कि हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह की बीती 28 सितम्बर को इजरायल के हमले में मौत हो गई थी। इस हमले में नसरल्लाह के साथ उसकी बेटी जैनब और हिजबुल कमांडर अली कराकी भी मारे गए। अभी तक के हमलों में इजरायल की तरफ से हिजबुल्लाह के लिए यह सबसे बड़ी कार्रवाई थी। इसके बाद से ही हिजबुल्लाह समर्थक ईरान और इजरायल आमने-सामने आ गए हैं। दोनों तरफ से एक दूसरे पर लगातार मिसाइलें दागी जा रही हैं। इजरायल ने अपने सैनिकों को लेबनान में उतार दिया है।