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What Is Anti Personal Landmine: क्या है एंटी पर्सनल लैंडमाइन जिसकी सप्लाई को दी बाइडेन ने मंजूरी? बढ़ सकता है रूस-यूक्रेन युद्ध

नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर कई महत्वपूर्ण और विवादास्पद फैसलों को मंजूरी दी है। कुछ दिनों पहले यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलों के इस्तेमाल की अनुमति देने के बाद अब अमेरिका यूक्रेन को एंटी-पर्सनल लैंडमाइन सप्लाई करने की तैयारी में है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वॉशिंगटन जल्द ही यूक्रेन को इन लैंडमाइन की आपूर्ति करेगा, लेकिन इसे केवल यूक्रेनी क्षेत्र में ही इस्तेमाल करने की अनुमति दी जाएगी। इस कदम का उद्देश्य तेजी से आगे बढ़ रही रूसी सेना को रोकना है। हालांकि, अमेरिका ने यूक्रेन को घनी आबादी वाले क्षेत्रों में इनका उपयोग करने की इजाजत नहीं दी है।

क्या है एंटी पर्सनल लैंडमाइन?

एंटी-पर्सनल लैंडमाइन एक ऐसा हथियार है जो जमीन के नीचे बिछाया जाता है। यह किसी व्यक्ति के नजदीक आने पर विस्फोट करता है। आमतौर पर ये जमीन की सतह के नीचे दबाए जाते हैं और किसी के कदम पड़ते ही ब्लास्ट हो जाते हैं। विशेष रूप से, बाइडेन ने यूक्रेन को ‘नॉन-पर्सिस्टेंट’ लैंडमाइन की सप्लाई को मंजूरी दी है। ये माइन कुछ दिनों या हफ्तों में खुद-ब-खुद निष्क्रिय हो जाती हैं या इनकी बैटरी डिस्चार्ज हो जाती है, जिससे आम नागरिकों को नुकसान पहुंचने की आशंका कम होती है।

ओटावा कन्वेंशन और एंटी-पर्सनल लैंडमाइन का विवाद

एंटी-पर्सनल लैंडमाइन को एक ऐसा हथियार माना जाता है जो युद्ध समाप्त होने के बाद भी लंबे समय तक नागरिकों के लिए खतरा बना रहता है। 1997 में हुए ओटावा कन्वेंशन (माइन बैन ट्रीटी) में इन माइन के निर्माण, भंडारण, इस्तेमाल और स्थानांतरण पर प्रतिबंध लगाया गया था। हालांकि, अमेरिका, रूस, चीन, साउथ कोरिया, भारत और पाकिस्तान जैसे देशों ने इस संधि पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। वहीं, यूक्रेन समेत 164 देशों ने इस समझौते को मंजूरी दी है।

क्या बाइडेन युद्ध भड़काना चाहते हैं?

राष्ट्रपति बाइडेन के इस फैसले के बाद उन पर युद्ध को बढ़ावा देने के आरोप लग रहे हैं। यह फैसला ऐसे समय पर आया है जब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीबियों ने संकेत दिया कि पुतिन, डोनाल्ड ट्रंप के साथ सीजफायर डील पर बातचीत करने को तैयार हैं। हाल ही में, बाइडेन ने यूक्रेन को रूस के खिलाफ लंबी दूरी की मिसाइलें इस्तेमाल करने की अनुमति दी थी। इस पर पुतिन ने पश्चिमी देशों को कई बार चेतावनी दी है। इसके अलावा, रूस ने अपनी न्यूक्लियर डॉक्ट्रिन में बदलाव करते हुए परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के लिए नई शर्तें जोड़ी हैं।


बाइडेन के फैसले पर उठे सवाल

राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने कार्यकाल के शुरुआती दिनों में एंटी-पर्सनल लैंडमाइन के इस्तेमाल का विरोध किया था। उन्होंने ट्रंप प्रशासन के फैसले को पलटते हुए कोरियन प्रायद्वीप के बाहर इन हथियारों के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था। लेकिन अब वही बाइडेन यूक्रेन को इन हथियारों की आपूर्ति की अनुमति दे रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप जूनियर ने इसे तीखी आलोचना करते हुए इसे “तीसरा विश्वयुद्ध शुरू करवाने का प्रयास” बताया है। ट्रंप भी यूक्रेन को दी जाने वाली अमेरिकी मदद के सबसे बड़े आलोचकों में से एक रहे हैं।

 

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