News Room Post

Who is Pakistani’s New Army Chief: कौन हैं सैयद असीम मुनीर, जिसे शहबाज सरकार ने दी पाकिस्तान सेना की कमान

नई दिल्ली। गत दिनों पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक नहीं, दो भी नहीं, बल्कि तीन-तीन बैठकें की थीं। बैठक करने का मकसद था कि आखिर पाकिस्तान के सेना प्रमुख की कमान किसे सौंपी जाए? रेस में कई बड़े नाम शुमार थे, लेकिन पाकिस्तानी हुकूमत इस बात को लेकर अपना मथापच्ची करने में मसरूफ थी कि आखिर इन बड़े नामों की जमात में से किस पर भरोसा जताया जाए। वर्तमान में जिस तरह के हालात का सामना पाकिस्तान सुरक्षा मोर्चे पर कर रहा है, उसे देखते हुए शहबाज हुकूमत के समक्ष अगले सेना प्रमुख के नाम पर फैसला करना किसी पहाड़ के टल जाने जैसा था। खैर, लंबे चिंतन-मंथन के बाद अब शहबाज शरीफ की हुकूमत ने नए सेना प्रमुख पर फैसला कर ही लिया है। आइए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।

आपको बता दें कि पाकिस्तानी हुकूमत ने अगले सेना प्रमुख की जिम्मेदारी जनरल सैयद आसिम मुनीर को सौंपी है। वे कमर बाजवा की जगह लेंगे। सेना प्रमुख की रेस में लेफ्टिनेंट जनरल असीम मुनीर, नौमन महमूद और अजहर अब्बास का नाम शुमार था। लेकिन इन तीनों में से पाकिस्तानी हुकूमत ने आसिम मुनीर के नाम पर सेना प्रमुख के रूप में मुहर लगाई। वे कमर बाजवा की जगह लेंगे। आइए आगे विस्तार से पाकिस्तान के नए आर्मी चीफ के बारे में जानते हैं।

 

जानिए कौन हैं आसिम मुनीर?

कमर बाजवा के बाद पाकिस्तानी सेना में मुनीर सर्वाधिक वरिष्ठ सैन्याधिकारी हैं। उनके दीर्घ सैन्य अनुभव को ध्यान में रखते हुए उन्हें उक्त पद की जिम्मेदारी सौंपना उचित समझा गया है। इससे पूर्व वे कई बड़े पदों की जिम्मेदारी का निर्वहन कर चुके हैं। उन्हें सैन्य मामलों की अच्छी समक्ष है। मुनीर को बाजवा का करीबी भी माना जाता है। उन्हें वर्ष 2018 में इंटेलिजेंस का प्रमुख भी बनाया गया था। लेकिन उन्हें इस पद पर आठ माह के उपरांत ही निवृत कर दिया गया था। बताया गया था कि इमरान खान के इशारों पर उन्हें उपरोक्त पद से हटा दिया गया था। जिसे विपक्षी दलों ने इमरान खान के खिलाफ मोर्चा भी खोल दिया था।

इमरान से नहीं बनती थी

बताया जाता है कि पंजाब में प्रांत खराब हालातों को ध्यान में रखते हुए मुनीर ने जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ आवाज उठाई थी तो उन्हें यह रास नहीं आई और उन्होंने मुनीर को पद से बर्खास्त कर दिया था। जिसे लेकर पाकिस्तानी बुद्धजीवियों ने इमरान खान की आलोचना भी की थी। वैसे भी पाकिस्तानी सियासत में सैन्याधिकारियों का हस्तक्षेप आम है, जिसे लेकर सियासी बवाल कई मौकों पर देखने को मिल चुका है। बहरहाल, वर्तमान में जिस तरह पाकिस्तान सैन्य मोर्चे पर जिस तरह का चुनौतियों का सामना कर रहा है, उसे ध्यान में रखते हुए मुनीर क्या क्या कदम उठाएंगे? उनकी क्या रूपरेखा रहेगी? इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

Exit mobile version