नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सेना के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के चेयरमैन सी क्यू ब्राउन जूनियर को पद से बर्खास्त कर दिया है। ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ अमेरिका सेना की टॉप पोस्ट होती है। अमेरिका में संभवत: ऐसा पहली बार हुआ है जब सरकार बदलने पर देश के अश्वेत टॉप सैन्य अधिकारी अचानक हटा दिया गया हो। ट्रंप प्रशासन ने अमेरिकी नौसेना की पहली महिला चीफ एडमिरल लिसा फ्रैंचेटी और एयर फोर्स के डिप्टी चीफ जेम्स स्लाइफ को भी पद से हटा दिया है। सी. क्यू ब्राउन की जगह अमेरिकी वायु सेना के रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल डैन कैन को ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के चेयरमैन पद पर तैनात किया गया है।
ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के चेयरमैन के पद पर तैनात होने वाले सी क्यू ब्राउन जूनियर दूसरे अफ्रीकी-अमेरिकी (अश्वेत) थे। उन्होंने यूक्रेन युद्ध और मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव जैसे कई गंभीर मामलों को हैंडल किया था। ऐसा माना जा रहा है कि अमेरिकी सेना में विविधता और समानता के उनके समर्थन के चलते ही उन पर कार्रवाई की गई है। 2020 में जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के बाद जनरल सी क्यू ब्राउन ने ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ आंदोलन का समर्थन किया था। इसके साथ ही उन्होंने इस बात का भी खुलासा किया था कि अश्वेत होने के चलते उन्हें अपने करियर में कई बार भेदभाव का सामना करना पड़ा। माना जा रहा है कि यही मुख्य वजह है कि ट्रंप प्रशासन ने उनको पद से बर्खास्त कर दिया।
हालांकि डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया पर जनरल सी.क्यू. ब्राउस से संबंधित एक पोस्ट में उनकी तारीफ की है और अमेरिकी सेना में उनकी सेवा के लिए उन्हें धन्यवाद देते हुए उन्हें एक अच्छा इंसान बताया है। ट्रंप ने भविष्य के लिए उन्हें शुभकामनाएं भी ही हैं। इसी के साथ ट्रंप ने लेफ्टिनेंट जनरल डैन कैन की पदोन्नति को ना करने के लिए पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन पर निशाना साधा है।