मोंटेबेलो। अमेरिका और कनाडा पुराने सहयोगी रहे हैं। नाटो संगठन में दोनों सदस्य हैं, लेकिन अब अमेरिका और कनाडा के बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयानों और टैरिफ लगाने के कदम से तनातनी बढ़ती दिख रही है। कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि उनका देश मजबूती से अमेरिका को जवाब देगा। ट्रूडो ने ये भी कहा कि अमेरिका को जवाब देने के लिए आर्थिक नुकसान उठाने को भी तैयार है। दरअसल, अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा और मेक्सिको पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने का एलान का है। दोनों देशों पर 1 फरवरी से टैरिफ लग सकता है। ट्रंप का कहना है कि ये टैरिफ इसलिए जरूरी है, क्योंकि कनाडा और मेक्सिको से बड़ी तादाद में लोग अमेरिका में घुसपैठ कर रहे हैं।
अमेरिका और कनाडा के बीच तनातनी की शुरुआत डोनाल्ड ट्रंप के एक बयान पर हुई थी। ट्रंप ने पीएम जस्टिन ट्रूडो के लिए गवर्नर शब्द कहा था और कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य तक बताया था। इसके बाद ही ट्रूडो ने अब पलटकर अपने देश के भावी कदम की बात कही है। क्यूबेक के मोंटेबेलो में कनाडा सरकार के कैबिनेट की विशेष बैठक में जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि ट्रंप की तरफ से टैरिफ लगाने के बयान पर वो बेफिक्र हैं। ट्रूडो ने ये भी कहा कि उनको ट्रंप से अनिश्चितता की उम्मीद है। कनाडा के पीएम ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप बातचीत में कुशल हैं और अपने साथ बातचीत करने वालों को असंतुलित करने के लिए जो कुछ है, वो करते रहेंगे। जस्टिन ट्रूडो ने कैबिनेट की बैठक में कहा कि कनाडा अपने हितों की रक्षा के लिए प्रभावी तरीके से पक्ष रखेगा। वो अमेरिका को आर्थिक नुकसान भी पहुंचा सकते हैं।
जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि अगर डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका की अर्थव्यवस्था को बढ़ाना चाहते हैं, तो कच्चा तेल, लकड़ी, एल्यूमीनियम, स्टील और अन्य खनिजों के लिए कनाडा के प्राकृतिक संसाधनों की जरूरत होगी। इससे कनाडा को फायदा होगा। कनाडा के पीएम ने कहा कि उनके देश को अमेरिका के टैरिफ से बचना और उससे संबंधों को सकारात्मक बनाना है। ट्रूडो ने कहा कि कनाडा किसी सूरत में ट्रंप की धमकियों के सामने नहीं झुकने वाला। ट्रूडो के बयान से साफ है कि ट्रंप सरकार के टैरिफ संबंधी फैसले पर वो भी उसी तरह अमेरिका के सामान पर कार्रवाई कर सकता है। कनाडा और अमेरिका के बीच व्यापार संबंध दुनिया में सबसे बड़ा है। साल 2023 में कनाडा और अमेरिका के बीच 923 बिलियन डॉलर का कारोबार हुआ था। जिसमें कनाडा से अमेरिका ने 482 बिलियन डॉलर के सामान का आयात किया था।