News Room Post

Navratri 2020 : यहां जानें कैसे होती है कलश स्थापना, सही विधि और सामग्री

navratri chaitra

नई दिल्ली। इस साल अक्टूबर में नवरात्रि (Navratri 2020) की शुरुआत हो रही है। नवरात्रि हिन्दू धर्म (Hindu Religion) में बहुत खास माने जाते हैं। इनमे 9 दिनों में माता दुर्गा (Godess Durga) के 9 रूप की पूजा की जाती है। नवरात्रि में कलश स्थापना (Kalash Sthapana) का विशेष महत्व होता है। कलश स्थापना को घट स्थापना (Ghatasthapana) भी कहा जाता है। नवरात्रि की शुरुआत घट स्थापना के साथ ही होती है। घट स्थापना शक्ति की देवी का आह्वान है। कहा जाता है कि इससे माता दुर्गा को संतोष मिलता है।

गलत समय में घट स्थापना करने से देवी मां हो सकती हैं क्रोधित

घट स्थापना करने से माता दुर्गा प्रसन्न होती है साथ ही माता रानी उन्हें मनचाहा फल देती हैं। मान्यता है कि गलत समय में घट स्थापना करने से देवी मां क्रोधित हो सकती हैं। रात के समय और अमावस्या के दिन घट स्थापित करने की मनाही है। घट स्थापना का सबसे शुभ समय प्रतिपदा का एक तिहाई भाग बीत जाने के बाद होता है। अगर किसी कारण वश आप उस समय कलश स्थापित न कर पाएं, तो अभिजीत मुहूर्त में भी स्थापित कर सकते हैं।

प्रत्येक दिन का आठवां मुहूर्त अभिजीत मुहूर्त कहलाता है। सामान्यत: यह 40 मिनट का होता है। हालांकि इस बार घट स्थापना के लिए अभिजीत मुहूर्त उपलब्ध नहीं है।

कलश स्थापना सामग्री

माता दुर्गा को लाल रंग खास पसंद है, इसलिए लाल रंग का ही आसन खरीदें। कलश स्थापना के लिए मिट्टी का पात्र, जौ, मिट्टी, जल से भरा हुआ कलश, मौली, इलायची, लौंग, कपूर, रोली, साबुत सुपारी, साबुत चावल, सिक्के, अशोक या आम के पांच पत्ते, नारियल, चुनरी, सिंदूर, फल-फूल, फूलों की माला और श्रृंगार पिटारी भी चाहिए।

घटस्थापना का शुभ मुहूर्त

नवरात्रि इस बार 17 अक्टूबर को पड़ रही है। नवरात्रि के प्रथम दिन घटस्थापना का शुभ मुहूर्त प्रात: 06 बजकर 23 मिनट से प्रात: 10 बजकर 12 मिनट तक है। इस दिन सूर्य कन्या राशि में, चंद्रमा तुला राशि में विराजमान रहेंगे।

नवरात्रि की तिथियां

17 अक्टूबर 2020 (शनिवार)- प्रतिपदा घटस्थापना

8 अक्टूबर 2020 (रविवार)- द्वितीया मां ब्रह्मचारिणी पूजा

19 अक्टूबर 2020 (सोमवार)- तृतीय मां चंद्रघंटा पूजा

20 अक्टूबर 2020 (मंगलवार)- चतुर्थी मां कुष्मांडा पूजा

21 अक्टूबर 2020 (बुधवार)- पंचमी मां स्कंदमाता पूजा

22 अक्टूबर 2020 (गुरुवार)- षष्ठी मां कात्यायनी पूजा

23 अक्टूबर 2020 (शुक्रवार)- सप्तमी मां कालरात्रि पूजा

24 अक्टूबर 2020 (शनिवार)- अष्टमी मां महागौरी, दुर्गा महानवमी पूजा, दुर्गा महाअष्टमी पूजा

25 अक्टूबर 2020 (रविवार)- नवमी मां सिद्धिदात्री, नवरात्रि पारण, विजयदशमी और दशहरा

Exit mobile version