News Room Post

India Covid-19: तीन महीने बाद देश में एक दिन में मिले 7000 से ज्यादा कोरोना मरीज, महाराष्ट्र और केरल में सबसे ज्यादा केस

नई दिल्ली। वो दिन कैसे भूले जा सकते हैं जब देश में कोरोना वायरस महामारी ने अपना तांडव बरसाया था। स्कूल, कॉलेज, दूकान, ऑफिस सब कुछ बंद था। बस खुलीं थीं राशन और दवाईयों की दुकानें। अस्पतालों का तो बुरा हाल था। अस्पताल में बेड फुल होने की वजह से और इलाज न मिल पाने के कारण लाखों लोगों ने अपनी जान गवां दी। हालांकि बाद में कोरोना पर लगाम कसी गई और नए मामलों की संख्या दिन-ब-दिन कम होने लगी। अब एक बार फिर कोरोना ने अपना कहर बरसाना शुरू कर दिया है। देश में एक बार फिर कोरोना के नए मामलों ने अपना कहर तेजी से बरसाने लगा है। बीते 24 घंटों में भारत में कोरोना वायरस के 7240 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान जहां 8 लोगों की मौत हुई है। कोरोना के नए मामलों की आ रही तेजी ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। देश में 1 मार्च के बाद कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं।

98 दिन बाद एक ही दिन में 7240 नए मरीज मिले हैं। इससे पहले इस साल 2 मार्च को 7554 मरीज एक दिन में मिले थे। महाराष्ट्र और केरल से सबसे ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। दोनों राज्यों में कल 2-2000 नए मरीज मिले। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में बुधवार को कोरोना के 1765 नए मरीज मिले हैं। महाराष्ट्र में कल मिलने वाले कुल मरीजों की तादाद 2710 रही। हालांकि, राज्य में किसी की मौत महामारी से नहीं हुई। वहीं, केरल में बुधवार को 2271 कोविड मरीज मिले। यहां 6 मरीजों ने जान भी गंवाई।

देश में इस साल फरवरी से कोरोना के नए मरीजों के मिलने की तादाद घटी थी। तीन महीने बाद अब फिर रोज नए मरीजों के मिलने की तादाद 7000 को पार कर गई है। केरल में 28 फरवरी को 8013 मरीज मिले थे। नए मरीजों की संख्या आने के बाद अब देश में कोरोना के कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 43197522 हो गई है। वहीं, अब तक 524723 मरीजों ने महामारी में जान गंवाई है। अभी एक्टिव केस की संख्या 32498 है।

उधर, विमानों की उड़ानों पर नजर रखने वाले डीजीसीए ने साफ कह दिया है कि अगर कोई हवाई यात्री मास्क नहीं लगाता, तो उसे विमान से उतार दिया जाएगा। ऐसे यात्रियों को विमानन कंपनियां नो फ्लाई लिस्ट में भी डालेंगी। यानी मास्क न लगाने वाले यात्रियों को फिर विमान यात्रा करने की सुविधा नहीं दी जाएगी। माना जा रहा है कि जल्दी ही ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों के अलावा अन्य जगहों पर भी मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को जरूरी किया जाएगा।

Exit mobile version