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Corona Vaccine: सभी भारतीयों के लिए सर्व सुलभ हो कोविड-19 का टीका, मोदी सरकार ने की इसके लिए 50 हजार करोड़ की व्यवस्था!

PM Modi Vaccine

नई दिल्ली। कोरोना महामारी से जूझ रहे देश में वैक्सीन निर्माण को लेकर आ रही अच्छी खबरों के बीच अब मोदी सरकार इस बात की कोशिश में है कि, वैक्सीन आने के बाद सरकार देश के 130 करोड़ लोगों को वैक्सीन किस तरह से पहुंचाएगी। तो आपको बता दें इसके लिए केंद्र सरकार ने करीब 130 करोड़ देशवासियों को कोविड-19 का टीका देने के लिए 50,000 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है।  सरकार का अनुमान है कि एक व्यक्ति को टीका देने के लिए करीब 385 रुपये खर्च होंगे। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। ब्लूमबर्ग ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि यह रकम इस वित्त वर्ष के अंत यानी 31 मार्च तक के लिए तय की गई है। हर व्यक्ति को कोविड-19 टीके के लिए सरकार का अनुमान है कि सभी को दो इंजेक्शन देने होंगे। जिसमें एक इंजेक्शन पर करीब 150 रुपये की लागत आएगी। इसके अलावा बाकी स्टोरेज, ट्रांसपोर्टेशन आदि मिलाकर एक व्यक्ति को कोविड-19 टीके के दो इंजेक्शन देने पर करीब 385 रुपये खर्च होंगे।

देश में कोरोना के हालात को लेकर सरकार द्वारा गठित एक समिति का मानना है कि देश में कोरोना का पीक समय जा चुका है। समिति का ये भी कहना है कि जिस हिसाब से कोरोना देश में पस्त हो रहा है उसको देखते हुए फरवरी 2021 तक यह नियंत्रण में आ जाएगा। गौरतलब है कि कोरोना की वजह से भारत की अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान पहुंचा है। जून तिमाही में देश की जीडीपी में करीब 24 फीसदी की जबरदस्त गिरावट आई थी।

वहीं कोरोना वैक्सीन के निर्माण को लेकर दुनिया के कई देशों में कोविड-19 के कई टीकों का ट्रायल चल रहा है। भारत में भी सीरम इंस्टीट्यूट और डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज के द्वारा कोविड-19 के टीके का ट्रायल हो रहा है और अगले साल की शुरुआत में टीका बाजार में आने की उम्मीद है।

फिलहाल देश में कोरोना की वैक्सीन का निर्माण होने तक सरकार की तरफ से ढिलाई नहीं करने के लिए लोगों से अपील की जा रही है। 20 अक्टूबर को राष्ट्र के नाम संदेश में उन्होंने सभी लोगों को सचेत भी किया था कि त्योहारी सीजन में वे सावधान रहें और कोरोना को लेकर बिल्कुल ढिलाई न बरतें। देश में कोरोना के कुल मामले 77 लाख से ज्यादा हो चुके हैं। ज्यादातर बड़े भारतीय राज्य जो महामारी से बुरी तरह प्रभावित थे, उनमें महत्वपूर्ण सुधार होता दिख रहा है। देश में कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है, जहां पर सितंबर के अंत में हर दिन 20,000 से ज्यादा केस दर्ज हो रहे थे।

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