नई दिल्ली। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए राजमाता विजया राजे सिंधिया के जन्म शताब्दी वर्ष के समापन दिवस समारोह के अवसर पर विशेष स्मारक सिक्के का विमोचन किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने उन्हें याद करते हुए कहा कि, “पिछली शताब्दी में भारत को दिशा देने वाले कुछ एक व्यक्तित्वों में राजमाता विजयाराजे सिंधिया भी शामिल थीं। राजमाताजी केवल वात्सल्यमूर्ति ही नहीं थीं। वो एक निर्णायक नेता थीं और कुशल प्रशासक भी थीं।” देश के लिए दिए गए राजमाता द्वारा बलिदान पर पीएम मोदी ने कहा कि, “राष्ट्र के भविष्य के लिए राजमाता ने अपना वर्तमान समर्पित कर दिया था। देश की भावी पीढ़ी के लिए उन्होंने अपना हर सुख त्याग दिया था।राजमाता ने पद और प्रतिष्ठा के लिए न जीवन जीया, न राजनीति की।” पीएम मोदी ने कहा कि, “राजमाता के आशीर्वाद से देश आज विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। गाँव, गरीब, दलित-पीड़ित-शोषित-वंचित, महिलाएं आज देश की पहली प्राथमिकता में हैं।”
राजमाता के द्वारा राम मंदिर को लेकर देखे गए सपने पर पीएम मोदी ने कहा कि, “आर्टिकल 370 खत्म करके देश ने उनका बहुत बड़ा सपना पूरा किया है और ये भी कितना अद्भुत संयोग है कि रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए उन्होंने जो संघर्ष किया था, उनकी जन्मशताब्दी के साल में ही उनका ये सपना भी पूरा हुआ है।”
बता दें कि इस मौके पर दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने भी राजमाता विजया राजे सिंधिया की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके पहले रविवार को पीएम मोदी सिक्का जारी करने को लेकर एक ट्वीट में कहा था कि, ‘‘कल, 12 अक्टूबर को राजमाता विजयाराजे सिंधिया की जयंती है। इस खास अवसर पर सुबह 11 बजे 100 रुपये का स्मारक सिक्का जारी किया जायेगा। यह उनके जन्मशताब्दी उत्सव का हिस्सा है और उनके महान व्यक्तित्व को श्रद्धांजलि देने का एक अवसर है।’’
गौरतलब है कि राजघराने से ताल्लुक रखने वाली सिंधिया भाजपा के बड़े चेहरों में से एक थीं और हिंदुत्व मुद्दों पर काफी मुखर थीं। उनका जन्म 12 अक्टूबर, 1919 को हुआ था। उनकी बेटियां वसुंधरा राजे, यशोधरा राजे और पौत्र ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं।