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BJP Vs AAP On Liquor Scam: बीजेपी सूत्रों ने सीएजी रिपोर्ट के हवाले से शराब घोटाला में 2000 करोड़ के नुकसान का किया दावा, आम आदमी पार्टी ने पलटकर पूछा ये सवाल

BJP Vs AAP On Liquor Scam: दिल्ली में 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने हैं। इन चुनावों में बीजेपी ने सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी पर शराब घोटाला समेत तमाम आरोप लगाए हैं। बीजेपी ने एक बार फिर कथित शराब घोटाला मामले को उछाला है। मीडिया से बीजेपी सूत्रों ने कहा है कि सीएजी की रिपोर्ट में उल्लेख है कि आम आदमी पार्टी की सरकार में शराब घोटाला से 2000 करोड़ से ज्यादा का राजस्व का नुकसान हुआ। इस पर आम आदमी पार्टी ने पलटकर बीजेपी से सवाल पूछा है।

नई दिल्ली। दिल्ली में 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने हैं। इन चुनावों में बीजेपी ने सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी पर शराब घोटाला समेत तमाम आरोप लगाए हैं। बीजेपी ने एक बार फिर कथित शराब घोटाला मामले को उछाला है। मीडिया से बीजेपी सूत्रों ने कहा है कि सीएजी की रिपोर्ट में उल्लेख है कि आम आदमी पार्टी की सरकार में शराब घोटाला से 2000 करोड़ से ज्यादा का राजस्व का नुकसान हुआ। इस पर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने पलटवार किया और पूछा है कि जिस सीएजी रिपोर्ट का हवाला देकर शराब घोटाला और 2000 करोड़ के नुकसान का आरोप लगाया जा रहा है, वो आखिर कहां है? बता दें कि ये सीएजी रिपोर्ट अभी दिल्ली विधानसभा में पेश नहीं की गई है।

संजय सिंह ने ये सवाल पूछा। इस पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर पार्टी के अन्य नेताओं ने हमला बोला। वहीं, कांग्रेस भी अरविंद केजरीवाल और आम आदमी को घेरती नजर आई।

बीजेपी सूत्रों का कहना है कि सीएजी रिपोर्ट लीक हुई। इससे पता चलता है कि 2026 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक सीएजी ने पाया है कि दिल्ली में आबकारी नीति लागू करने में चूक हुई। बीजेपी सूत्रों ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को शराब घोटाला से रिश्वत भी मिली है। कहा गया है कि आबकारी नीति पर विशेषज्ञों के समूह की सिफारिशों को तत्कालीन डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की अध्यक्षता वाले मंत्रियों के समूह ने नजरअंदाज कर दिया। साथ ही लाइसेंस देने से पहले बोली लगाने वालों की वित्तीय स्थिति भी नहीं देखी गई। बीजेपी सूत्रों का कहना है कि एक इकाई की तरफ से घाटा होने के बावजूद लाइसेंस को रिन्यू किया गया। इसी तरह नियम न मानने वालों को दंड भी नहीं दिया।

 

मीडिया ने बीजेपी सूत्रों के हवाले से कहा कि सीएजी रिपोर्ट में बताया गया है कि कुछ खुदरा शराब बेचने वालों ने नीति की अवधि खत्म होने तक लाइसेंस अपने पास रखा। आम आदमी पार्टी सरकार ने सरेंडर शराब लाइसेंस के लिए दोबारा टेंडर नहीं जारी किया। इससे सरकारी खजाने को 890 करोड़ की चोट लगी। इसके अलावा जोनल हिसाब से लाइसेंस धारकों को छूट से 941 करोड़ का नुकसान हुआ। इसके अलावा सीएजी रिपोर्ट का हवाला देकर बीजेपी सूत्रों ने कहा कि कोरोना प्रतिबंधों के कारण जोनल लाइसेंस धारकों को 144 करोड़ की छूट दी गई। वहीं, सिक्योरिटी डिपॉजिट के गलत संग्रहण से 27 करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा। बता दें कि शराब घोटाला में अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह समेत कई आरोपियों को जेल जाना पड़ा था। हालांकि, ईडी की जांच में कथित शराब घोटाला से संबंधित मनी ट्रेल नहीं पाया गया, लेकिन जांच एजेंसी का कहना है कि आम आदमी पार्टी ने आबकारी नीति बदलकर जो कमाई की, उसे गोवा के चुनाव में खर्च किया।

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