News Room Post

Gujarat: ‘…है तो दारू पियो’, AAP प्रत्याशी ने मंच पर चढ़कर दिया भाषण, Video वायरल होने पर BJP हुई हमलावर

aap

नई दिल्ली। जैसे-जैसे किसी राज्य में चुनाव करीब आते जाते हैं वहां राजनीतिक दल सक्रिय हो जाते हैं। अब जब कुछ ही समय बाद गुजरात में विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में सभी राजनीतिक दलों ने अपना पूरा फोकस गुजरात की तरफ कर लिया है। राज्य (गुजरात) में होने वाले इस चुनाव के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पार्टी मुख्य रूप से मैदान में हैं। राजधानी दिल्ली और पंजाब में अपना सत्ता विस्तार करने के बाद केजरीवाल की पार्टी (AAP) अब गुजरात में अपना कब्जा जमाना चाहती है ऐसे में खुद केजरीवाल राज्य में लगातार कार्यक्रम, रैलियां और जनसंपर्क में जुटे हुए हैं।

भारतीय जनता पार्टी पर केजरीवाल हमलावर

आप संयोजन अरविंद केजरीवाल लगातार गुजरात जाकर वहां अपनी पार्टी के लिए मतदाताओं को लुभाने में जुटे हैं। केजरीवाल राज्य में एक तरफ दिल्ली और पंजाब जैसी मुफ्त सेवाओं का लालच दे रहे हैं तो वहीं, दूसरी और भारतीय जनता पार्टी पर भी हमला कर रहे हैं। ‘आप’ पार्टी की तरफ से भाजपा पर महंगाई, बेरोजगारी और सुरक्षा के मुद्दे पर हमलावर है। तो वहीं, भाजपा भी केजरीवाल और उनके दल को भ्रष्ट बताकर पलटवार कर रही है।

आप नेता के शराब को लेकर बयान पर बवाल!

गुजरात में शराब बंदी लागू है लेकिन इस बीच आम आदमी पार्टी के एक उम्मीदवार का ऐसा बयान सामने आया है जिससे केजरीवाल की पार्टी आप की मुश्किलें बढ़ सकती है। दरअसल, आप नेता जगमाल वाला ने शराब पीने की आदत को लेकर कहा है कि ये बुरी चीज नहीं है। इतना ही नहीं आप नेता जगमाल वाला ने तो दुनिया के कई देशों का भी उदाहरण देते हुए अपनी बात को सही करार दिया।


क्या कहा अपने बयान में…

आप नेता जगमाल ने ये बयान मंच पर खड़े होकर दिया। इस दौरान का जो वीडियो सामने आया है उसमें पार्टी नेता जगमाल वाला कहते दिख रहे हैं, ‘दारू कोई बुरी बात नहीं है। अगर शरीर में ताकत है तो इसे पी लेना चाहिए। दारू तो बड़े-बड़े डॉक्टर, आईएएस-आईपीएस अफसर भी पीते हैं। इनके अलावा इसका आनंद पूरी दुनिया उठाती है। सिर्फ गुजरातियों पर ही प्रतिबंध लगा दिया गया है।’ अपने नेता के दिए गए इस बयान के बाद आप आदमी पार्टी, भाजपा के निशाने पर आ गई है। भाजपा ने आप नेता से माफी की मांग की है। भाजपा ने कहा है कि गुजरात को बदनाम न करें और दारू को बढ़ावा न दें।

Exit mobile version