नई दिल्ली। कभी-कभी ज्यादा खुशी में लोग कुछ ऐसा कर जाते हैं जिससे उनके लिए ही मुसीबत खड़ी हो जाती है और उस मुसीबत की वजह भी वो खुद ही होते हैं। ऐसा ही कुछ आम आदमी पार्टी और उसके कार्यकर्ताओं के साथ हुआ। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के तिहाड़ जेल से रिहा होने की खुशी में उनके समर्थकों द्वारा कल सिविल लाइंस स्थित मुख्यमंत्री आवास के बाहर पटाखे फोड़े गए थे। अब दिल्ली पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की है। दरअसल यह एफआईआर दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार के ही एक फैसले के चलते दर्ज की गई है।
Delhi Police has registered an FIR in connection with the bursting of firecrackers outside Chief Minister Arvind Kejriwal's residence in Civil Lines, Delhi yesterday.
A case has been registered at Civil Lines police station against unknown persons under Section 223 of the…
— ANI (@ANI) September 14, 2024
दिल्ली सरकार ने आगामी सर्दियों के मौसम में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली में पटाखों के उत्पादन, बिक्री और उपयोग पर 1 जनवरी 2025 तक प्रतिबंध लगा रखा है। इस दौरान पटाखों की ऑनलाइन बिक्री और डिलीवरी पर भी बैन रहेगा। दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने 10 सितम्बर को ही इस आदेश की घोषणा की है। हालांकि भारतीय न्याय संहिता की धारा 223 के तहत दर्ज इस एफआईआर में किसी का नाम नहीं है क्योंकि दिल्ली पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ यह एफआईआर दर्ज की है।
#WATCH | On Delhi Police filing an FIR in connection with the bursting of firecrackers outside CM Arvind Kejriwal's residence, Delhi BJP President Virendraa Sachdeva says, "The leaders of AAP make announcements whenever there is Diwali or any other festival of Hindu religion.… pic.twitter.com/noLiF4AFx8
— ANI (@ANI) September 14, 2024
वहीं, बीजेपी ने इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि आम आदमी पार्टी बार-बार दिवाली या हिंदू धर्म के त्योहारों के समय इस प्रकार की घोषणाएं करती है। कल जिस तरह से पटाखे जलाए गए उसका सीधा-सीधा संज्ञान मंत्री गोपाल राय को लेना चाहिए। वो घोषणा करते हैं कि अगले साल की शुरुआत तक पटाखों पर बैन रहेगा और उनकी नाक के नीचे मुख्यमंत्री के सामने पटाखे जलाए जा रहे थे। लेकिन सारी पाबंदियां केवल सनातनियों और सनातन धर्म के लिए है। कल जिस तरह से पटाखों पर प्रतिबंध के आदेश का मजाक बनाया गया है, नि:संदेह शर्मनाक है।