नई दिल्ली। दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम और आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया और मंत्री रहे सत्येंद्र जैन के लिए नई मुश्किल खड़ी हो गई है। दिल्ली की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा एसीबी ने मनीष सिसोदिया और दिल्ली के पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ अत्यधिक लागत पर स्कूलों में कक्षा के निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोप में मामला दर्ज किया है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी के शासनकाल के दौरान 12,748 क्लासरूम/भवनों को बनाने में 2000 करोड़ रुपये का कथित बड़ा घोटाला सामने आया।
Anti-Corruption Branch has registered a case against AAP leader and former Delhi Dy CM Manish Sisodia, former Delhi PWD Minister Satyendra Jain, in connection with corruption in the construction of classrooms at highly exorbitant costs. A massive scam to the tune of Rs. 2,000…
— ANI (@ANI) April 30, 2025
आरोप है कि क्लासरूम और भवनों के निर्माण में भारी विचलन और लागत में वृद्धि हुई। साथ ही तय अवधि के भीतर एक भी काम पूरा नहीं हुआ। मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन पर ये आरोप भी लगा है कि सलाहकार और आर्किटेक्ट को उचित प्रक्रिया का पालन किए बिना नियुक्त किया गया और उसके जरिए लागत में वृद्धि की गई। एसीबी के मुताबिक सक्षम प्राधिकारी से धारा 17-ए पीओसी अधिनियम के तहत अनुमति मिलने के बाद मामला दर्ज किया गया। मनीष सिसोदिया पहले से ही शराब घोटाला मामले में केस का सामना कर रहे हैं। वहीं, सत्येंद्र जैन भी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल गए। अब इस मामले में अगर दोनों के खिलाफ सबूत मिले, तो फिर मुश्किल और बढ़ने के आसार हैं।
दिल्ली में बीते दिनों विधानसभा चुनाव हुए थे। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी हारी थी। मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन अब विधानसभा के सदस्य तक नहीं हैं। बीजेपी पहले से ही आरोप लगाती रही है कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में क्लासरूम बनाने के नाम पर टॉयलेट तक दिखा दिए गए। इस काम में भ्रष्टाचार का मुद्दा भी बीजेपी ने दिल्ली के विधानसभा चुनाव में उठाया था। वहीं, आम आदमी पार्टी का कहना था कि मनीष सिसोदिया के दौर में दिल्ली के स्कूलों का कायाकल्प किया गया और उनको विश्वस्तरीय बनाया गया। अब नजर इस पर है कि एसीबी की जांच में क्या निकलकर आता है और मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन की दिक्कत बढ़ती है या राहत मिल जाती है।