नई दिल्ली। एक तरफ खबर है कि पीएम नरेंद्र मोदी की तीसरी सरकार में बीजेपी गृह, रक्षा, विदेश, वित्त, कानून जैसे अहम मंत्रालय अपने पास रख सकती है। वहीं, खबर ये भी है कि 12 लोकसभा सीट जीतने वाली नीतीश कुमार की पार्टी मोदी सरकार में 3 मंत्री पद चाहती है। जेडीयू का कहना है कि उसे लोकसभा अध्यक्ष का पद बीजेपी के पास रहने से कोई एतराज नहीं है।
न्यूज चैनल आजतक के अनुसार नीतीश कुमार ने हर 4 सांसद पर 1 मंत्री पद मांगा है। इस तरह 12 सांसदों पर 3 मंत्री होते हैं। वहीं, चैनल ने जेडीयू के सूत्रों के हवाले से ये जानकारी भी दी है कि नीतीश कुमार अभी पटना नहीं लौटेंगे और दिल्ली में ही जमे रहेंगे। वो दिल्ली में जेडीयू के नए चुने गए सांसदों के साथ बैठक भी करने वाले हैं। चैनल के मुताबिक 7 जून को जब सरकार बनाने का दावा पेश करने पीएम मोदी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मिलेंगे, तब नीतीश कुमार और 16 सांसदों वाली टीडीपी के मुखिया चंद्रबाबू नायडू भी साथ जाएंगे।
इससे पहले खबर ये आई थी कि टीडीपी ने लोकसभा अध्यक्ष का पद मांगा है। साथ ही 9 मंत्री भी बनाने की मांग बीजेपी के सामने रखी है। इनमें सड़क-परिवहन, ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य, आवास और शहरी मामले, कृषि, जलशक्ति, सूचना और प्रसारण, शिक्षा और वित्त मंत्रालय में राज्यमंत्री का पद शामिल है। वहीं, कर्नाटक में बीजेपी की सहयोगी और 2 सीट जीतने वाली जेडीएस भी 2 मंत्री पद चाहती है। खबर ये भी है कि चिराग पासवान भी 2 मंत्री पद चाहते हैं। वहीं, हम पार्टी के मुखिया जीतनराम मांझी भी खुद के लिए मंत्रीपद चाह रहे हैं। अब सबकी नजर इस पर है कि पीएम मोदी और बीजेपी का नेतृत्व एनडीए के सहयोगी दलों की इन मांगों पर कितनी हामी भरता है। जानकारी के मुताबिक किस पार्टी से कितने मंत्री बनेंगे, इसका फैसला बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पर पीएम मोदी ने छोड़ा है। बाकी मंत्रियों के नाम वो खुद तय करेंगे।