नई दिल्ली। कश्मीर के एक हिस्से पर पाकिस्तान के अवैध कब्जे के खिलाफ अब आवाजें तेज हो गई हैं। पीओके के नागरिक पाक सरकार के खिलाफ खुलकर चुनौती दे रहे हैं। इसी के चलते एक एक्टिविस्ट पीओके से पाकिस्तानी झंडों और चिह्नों को हटाए जाने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठा है। ऐसे में पाक सरकार की नींद उड़ी हुई है।
बता दें कि सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार तनवरी अहमद कई दिनों से भूख हड़ताल पर थे और उन्होंने पीओके अथॉरिटीज से मांग की थी कि इलाके से सभी पाकिस्तानी झंडों और चिह्नों को हटा लिया जाए। उन्होंने खुद पाकिस्तानी झंड़े को उतार फेंका है। झंडा उतारने के बाद वहां मौजूद पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मियों ने उनके साथ बदसलूकी की और लगातार धमकियां दे रहे हैं।
न्यूज एजेंसी एएनआई की ओर से जारी वीडियो में दिख रहा है कि तनवीर रिहायशी इलाके में लगे झंडे को पोल पर चढ़कर उतार देते हैं। इसके बाद पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मी उन्हें घसीटकर वहां से ले जाते हैं। इसके बाद से तनवरी को लगातार धमकियां मिल रही हैं। उन्होंने कहा है कि सुरक्षा एजेंसियों के लोग उनका पीछा कर रहे हैं।
इसके अलावा 20 अगस्त को तनवीर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा, ”ददयाल प्रशासन ने विदेशी चिह्नों को हटाने के लिए 48 घंटे मांगे थे। लेकिन पाकिस्तानी एजेंसियों को बायपास करने की उनमें ताकत नहीं है।” सूत्रों के मुताबिक, तनवीर अहमद को जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं। पीओके के लोग पाकिस्तान के अवैध कब्जे का जमकर विरोध कर रहे हैं। हालांकि, इसकी वजह से उन्हें पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मियों के जुल्मों का सामना करना पड़ता है।