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Bihar And Owaisi: ओवैसी की एआईएमआईएम ने आरजेडी और कांग्रेस के लिए खड़ी की मुश्किल!, बिहार की 11 लोकसभा सीटों से प्रत्याशी उतारने का किया एलान

Asaduddin Owaisi1

पटना। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने ऐसा फैसला किया है, जो विपक्षी महागठबंधन यानी कांग्रेस और आरजेडी के लिए मुश्किल का सबब बन सकता है। एआईएमआईएम ने फैसला किया है कि लोकसभा चुनाव में वो बिहार की 11 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। एआईएमआईएम की तरफ से 11 सीटों पर प्रत्याशी उतारने से विपक्षी वोटों का बंटवारा होने के आसार हैं और इससे उन सीटों को जीतने में लालू यादव और तेजस्वी यादव की आरजेडी और राहुल गांधी की कांग्रेस को काफी पापड़ बेलने पड़ सकते हैं।

जानकारी के मुताबिक असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम ने तय किया है कि वो बिहार की अररिया, कटिहार, किशनगंज, बक्सर, पूर्णिया, दरभंगा, उजियारपुर, मुजफ्फरपुर, गया, भागलपुर और काराकाट लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी। हिंदी अखबार दैनिक हिंदुस्तान के मुताबिक किशनगंज सीट से एआईएमआईएम के टिकट पर विधायक अख्तरुल ईमान चुनाव लड़ेंगे। वहीं, कटिहार से आदिल हसन को ओवैसी की पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है। एआईएमआईएम बाकी 9 सीट पर भी जल्दी ही प्रत्याशियों के नाम का एलान करने वाली है। अखबार के मुताबिक अख्तरुल ईमान ने कहा कि एआईएमआईएम ने बहुत कोशिश की कि बीजेपी विरोधी वोट न बंटें, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।

अख्तरुल ईमान ने अखबार से कहा कि एआईएमआईएम की पीठ पर छुरा घोंपा गया। पार्टी के विधायक तोड़ लिए गए। साफ तौर पर बिना नाम लिए अख्तरुल ईमान ने आरजेडी पर ये निशाना साधा है। खास बात है कि बिहार के सीमांचल क्षेत्र में ओवैसी की पार्टी का अच्छा प्रभुत्व है। बिहार के पिछले विधानसभा चुनाव में ओवैसी की पार्टी ने 5 सीटें भी जीती थीं, लेकिन इनमें से 4 बाद में आरजेडी में शामिल हो गए थे। अब सबकी नजर इस पर है कि आरजेडी और कांग्रेस की तरफ से एआईएमआईएम के एलान पर क्या प्रतिक्रिया आती है। बता दें कि इससे पहले ओवैसी की पार्टी ने यूपी में भी सपा से 5 सीटें मांगी थीं। ऐसा न करने पर यूपी की 25 लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने की चेतावनी दी थी।

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