नई दिल्ली। महाराष्ट्र की राजनीति में रविवार को वो हुआ जिसकी शायद किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। जो शरद पवार 2024 लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के खिलाफ महागठबंधन के सूत्रधार माने जा रहे थे। उनकी पार्टी और परिवार में अब बगावत देखने को मिली। भतीजे अजित पवार ने अपने चाचा का साथ छोड़कर भाजपा के साथ हाथ मिला लिया। इससे पहले भी अजित पवार ने चाचा को गच्चा देने की कोशिश की थी। लेकिन इस बार जिन लोगों ने शरद पवार का साथ छोड़ा है उनके बारे में शरद पवार ने कभी नहीं सोचा होगा। जिसमें छगन भुजबल, हसन मुश्रीफ, प्रफुल्ल पटेल के नाम शामिल है। ये सभी वो नेता है जो शरद पवार के बेहद करीबी माने जाते रहे है। लेकिन आज इन सभी ने शरद पवार के खिलाफ बगावत कर दी। वहीं अजित पवार अब पूरी पार्टी पर अपना दावा ठोक रहे है। खुद को असली एनसीपी बता रहे है।
हाल ही में शरद पवार ने प्रफुल्ल पटेल को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया था। इसके अलावा महागठबंधन की पटना बैठक में उन्हें साथ लेकर गए थे। लेकिन आज उन्होंने भी शरद पवार को गच्चा दे दिया। इस बैठक में शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले भी पहुंची थी। विपक्षी बैठक के बाद सुप्रिया ने एक ट्वीट किया था। जिसमें उनके साथ उमर अब्दुल्ला और प्रफुल्ल पटेल साथ दिखाई दे रहे है। अब इसी ट्वीट को लेकर कांंग्रेस नेता अलका लांबा ने सुप्रिया सुले पर हमला बोला है।
अलका लांबा ने महाराष्ट्र में एनसीपी में दो फाड़ होने पर ट्वीट करते हुए लिखा, ”आपके भाई साहब तो धोखा दे गए, 23जून की पटना बैठक में भाजपा के भेदी बन कर आये और सारी सूचना लेकर चल दिये गद्दारों से सावधान।”
आपके भाई साहब तो धोखा दे गए,
23जून की पटना बैठक में भाजपा के भेदी बन कर आये और सारी सूचना लेकर चल दिये.
गद्दारों से सावधान.@RahulGandhi https://t.co/hUZXCeOu5E— Alka Lamba ?? (@LambaAlka) July 2, 2023
इससे पहले अलका लांबा ने शरद पवार को लालची बताया था जब उद्योगपति गौतम अडाणी एनसीपी प्रमुख के घर मुलाकात करने पहुंचे थे। कांग्रेस नेता ने अपने ट्वीट में लिखा था, डरे हुए-लालची लोग आज अपने निजी हितों के चलते तानाशाह सत्ता के गुण गा रहे हैं, देश के लोगों की लड़ाई एक अकेला राहुल गांधी लड़ रहा है। पूंजीपति चोरों से भी और चोरों को बचाने वाले चौकीदार से भी। #Modani
इससे पहले अजित पवार की बगावत पर कांग्रेस की तरफ से पहला रिएक्शन सामने आया। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, भाजपा की वशीन मशीन ने अपना काम शुरू कर दिया। आज महाराष्ट्र के भाजपा नेतृत्व वाले गठबंधन में शामिल हुए नेताओं में से कई पर भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके है। ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स के अधिकारी उनके पीछे पड़ थे। अब उन सबको क्लीन चिट मिल गई। महाराष्ट्र को भाजपा के चुंगल से छुड़ाने के लिए कांग्रेस अपनी कोशिशें और तेज करेगी।