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Video: ‘जब बात कश्मीर की आती है, तो मुझे गुस्सा..’ TMC नेता की इस बात का दिया गृह मंत्री ने ऐसा जवाब

नई दिल्ली।  अमित शाह…केंद्रीय गृह मंत्री हैं…किसी न किसी मसले को लेकर सुर्खियों में रहते ही हैं…इनका अदा ही निराली है….लेकिन कभी-कभी कुछ वाकयों को लेकर ये सुर्खियों के बाजार को गुलजार कर जाया करते हैं….खबरों की दुनिया में इनकी निराली अदा पर सुर्खियां बननी शुरू हो जाती हैं….इस बीच कुछ ऐसा ही हुआ जब अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर को लेकर बड़ी ही निराली लेकिन ध्यानाकर्षण करने वाली बात संसद में कही। उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि, ‘मेरे कुछ राजनीतिक सहयोगियों को लगता है कि मुझे बहुत गुस्सा आता है, लेकिन ऐसा नहीं है, मुझे गुस्सा नहीं आता है, लेकिन हां जब जम्मू-कश्मीर का जिक्र किया जाता है, तो मुझे गुस्सा आ जाता है’। केंद्रीय गृह मंत्री ने यह भी कहा कि, ‘मैं किसी को भी नहीं डांटता हूं। मेरी आवाज जरा ऊंची है। मैं मैनेफैक्चयूरिंग डिफेक्ट हूं। मैं गुस्सा नहीं करता हूं कभी। लेकिन जब बात कश्मीर की आती है, तो मुझे गुस्सा आ जाता है’। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर शाह ने उक्त बयान किस संदर्भ में दिया था।

तो आपको बताते चलें कि अमित शाह लोकसभा में दंड प्रक्रिया विधेयक 2022 पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इसी बीच टीएमसी नेताओं ने शाह की तरफ इशारा करते हुए कहा कि, ‘जब दादा बोलते हैं, तो मुझे लगता है कि वो गुस्सा कर रहे हैं, इसी का जवाब देते हुए शाह ने कहा कि मैं गुस्सा नहीं करता हूं और ना ही किसी को डांटता हूं, लेकिन जब जम्मू-कश्मीर की बात आती है, तो मुझे गुस्सा आ जाता है’।

बता दें कि शाह का यह बयान अभी काफी तेजी से सोशल मीडिया समेत अभिव्यक्ति के मुख्तलिफ मंचों पर काफी सुर्खियों मे है। लोग इस पर अलग-अलग तरह से अपने विचार व्यक्त करते हुए नजर आ रहे हैं।

उधर, लोकसभा में दंड प्रक्रिया बिल को पेश करते हुए शाह ने कहा कि यह विधेयक काफी लेट हो गया है। 1980 में विधि आयोग में अपनी रिपोर्ट में बंदी शनाख्त कानून 1920 पर पुनर्विचार करने का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा था। उसपर बार-बार चर्चा भी हुई। सरकार बनने के बाद इस बिल पर राज्यों से चर्चा की गई है।

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