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AMU में फिर शुरू हुआ संग्राम, हिंदू छात्रा को कट्टरपंथी दे रहे पीतल का हिजाब पहनाने की धमकी

नई दिल्ली। अलीगढ़ स्थित एएमयू में पढ़ने वाली एक हिंदू छात्रा ने ट्विटर पर लिखा, ‘एक और बात हिंदू लड़कियों को एएमयू हॉस्टल में खुद को कवर करने के लिए मजबूर किया जाता है। भारतीय शिक्षा हमें कवर रहने के लिए सिखा रही है अन्यथा यह हमारे पहनावे किसी आदमी को उत्तेजित करेंगे।’ उसके इस ट्वीट के बाद बवाल शुरू हो गया। छात्रा को पीतल के हिजाब पहनाए जाने की धमकी दी जाने लगी वहीं अब कट्टरपंथी छात्र और अन्य लोग इस हिंदू छात्रा को लगातार किसी ना किसी माध्यम से धमकी दे रहे हैं।

देश के जाने-माने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का एक बार फिर विवादों में होने की वजह यहां पर हिंदू छात्र-छात्राओं के साथ कैसा व्यवहार होता है, यही है? इसको लेकर एक हिंदू छात्रा ने ट्वीट किया। इसमें उसने हिंदू लड़कियों को एएमयू के हॉस्टल में जबरदस्ती खुद को ढक कर रखने का दबाव डाले जाने की बात लिखी है।

छात्रा के इस ट्वीट पर एएमयू के एक छात्र ने धमकी भरा रिप्लाई भी किया है, ‘इंशाअल्लाह आपको भी हिजाब पहनाया जाएगा, वह भी पीतल का।’ इसके बाद डरी हुई छात्रा ने मामले में एएमयू प्रशासन से लेकर पुलिस को शिकायत भेजी है। एएमयू प्रशासन ने मामले में जांच बिठा दी है, वहीं पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।

इस ट्वीट के बाद छात्रा एएमयू के अन्य छात्रों के निशाने पर आ गई। एक छात्र ने उसे रिप्लाई करते हुए लिखा है कि कौन से हॉस्टल में आपको नंगा घुमने से मना किया जा रहा है। साथ ही उसने लिखा कि लॉकडाउन के बाद इंशा अल्लाह आपको भी हिजाब पहनाया जाएगा, वह भी पीतल का। इसके बाद कई छात्रों ने विवादित टिप्पणियां की।

इसके बाद छात्रा ने अलीगढ़ के एसएसपी को छात्र के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए एक प्रार्थना पत्र दिया, जिसके बाद पुलिस ने थाना सिविल लाइंस में पीड़ित छात्रा की तहरीर के आधार पर धारा 504,506,67 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर लिया है। छात्रा बुलंदशहर की रहने वाली है। हिन्दू छात्रा के इस मैसेज के बाद कैम्पस में राजनीति तेज हो गई है।

सीएए / एनआरसी बिल का किया था समर्थन

छात्रा ने यह भी आरोप लगाया कि उसने सीएए / एनआरसी बिल का समर्थन किया था, तब से ही उसे इन लोगों द्वारा निशाना बनाया जा रहा था। एसपी ने पुष्टि की है कि मामले की विस्तार से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘प्रारंभिक जांच के बाद एफआईआर में आईपीसी की उचित धाराओं को शामिल किया जाएगा’।

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