नई दिल्ली। एक तरफ मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी 78 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का एलान कर चुकी है। वहीं, कांग्रेस अब तक प्रत्याशियों के नाम तय नहीं कर सकी है। कांग्रेस आलाकमान यानी सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रभारी रणदीप सुरजेवाला, मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और केंद्रीय चुनाव कमेटी यानी सीईसी के सदस्यों ने शनिवार को प्रत्याशियों और सीटों को लेकर लंबी चर्चा की। इस चर्चा में अभी कुछ तय नहीं हो सका। प्रत्याशियों के नाम पर कांग्रेस अब कुछ दिन बाद मुहर लगा सकती है। अब इसे लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर तंज कसना शुरू कर दिया है।
कांग्रेस सीईसी की बैठक के बाद रणदीप सुरजेवाला और कमलनाथ ने मीडिया को बताया कि मध्यप्रदेश की 140 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम को लेकर चर्चा हुई। अभी कुछ तय नहीं हुआ है और पांच-छह दिन बाद प्रत्याशियों के नाम पर फैसला होने की उम्मीद है। सुरजेवाला ने हालांकि कांग्रेस के सीएम फेस का नाम उजागर किया। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कमलनाथ मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष हैं और जो अध्यक्ष होता है, वही स्वाभाविक तौर पर पार्टी का चेहरा होता है। उधर, सूत्रों के मुताबिक बीजेपी की तरफ से 78 उम्मीदवारों के नाम मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए तय किए जाने की वजह से कांग्रेस आलाकमान गंभीरता से मंथन कर रहा है और इसी वजह से आनन-फानन में फैसला लेने से पार्टी कतरा रही है। सूत्रों का कहना है कि एक-एक सीट पर जीत और हार का सारा गणित लगाकर ही सबसे बेहतरीन उम्मीदवार तय करने का काम कांग्रेस करेगी। वहीं, कांग्रेस सीईसी की लंबी बैठक के बाद मध्यप्रदेश चुनाव के लिए प्रत्याशी तय न हो पाने पर बीजेपी ने तंज कसा है। बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कांग्रेस की बैठक के बारे में कमलनाथ के बयान का वीडियो ट्वीट करते हुए सबकुछ हवा-हवाई बताया है।
कांग्रेस की स्थिति….
अभी तो सिर्फ़ चर्चा हुई है , सुझाव आये है…
सूची के अभी कोई अते-पते नहीं….
दावे कितने किये थे , 6 माह पहले कर देंगे , जेब में सूची पड़ी है , सर्वे करवा लिया है…
हमेशा की तरह सब हवा- हवाई…. pic.twitter.com/RLKkkyCeH3
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) October 7, 2023
मध्यप्रदेश विधानसभा के चुनाव दिवाली बाद होने की उम्मीद है। मध्यप्रदेश विधानसभा में 230 सीटें हैं। सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 116 का है। 2018 में कांग्रेस ने यहां विधानसभा चुनाव जीता था, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के बाद उनके करीबी विधायक बीजेपी में चले गए और फिर एक बार शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश के सीएम बन गए। इस बार बीजेपी को सत्ता से हटाने के लिए कांग्रेस ने एड़ी-चोटी का जोर लगा रखा है। वहीं, बीजेपी दावा कर रही है कि एक बार फिर मध्यप्रदेश में उसकी सरकार बनेगी।