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आरोग्य सेतु ने 1.4 लाख लोगों को दिया कोरोना का अलर्ट

नई दिल्ली। पिछले 24 घंटे में देश के अंदर कोरोना के रिकॉर्ड 4,213 मामले सामने आए हैं। केंद्र सरकार ने कहा कि कोरोना वायरस का पता लगाने वाला ऐप आरोग्य सेतु सुरक्षित है और इसे लोगों की निजता की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। यह कोविड-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

‘आरोग्य सेतु ऐप बिलकुल सुरक्षित’

अधिकार प्राप्त समूह 9 के अध्यक्ष अजय साहनी ने कहा कि मोबाइल ऐप्लिकेशन इसलिए विकसित किया गया है, ताकि लोग संक्रमित रोगियों के संपर्क में आने से पहले सतर्क हो सकें और मदद के लिए पर्याप्त कदम उठाने के वास्ते स्वास्थ्य प्रणाली को सचेत कर सकें। यह समूह प्रौद्योगिकी और डेटा प्रबंधन का काम देखता है। उन्होंने कहा कि आरोग्य सेतु मोबाइल ऐप ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। ऐफ को इस हिसाब से विकसित किया गया है कि लोगों की निजता भंग न हो।

‘पहचान उजागर नहीं करता ऐप’

साहनी ने कहा कि करीब 9.8 करोड़ लोग आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि आरोग्य सेतु ऐप की मदद से कोविड-19 के लगभग 697 संभावित ‘हॉटस्पॉट’ की पहचान की गई। साहनी ने कहा कि ऐप सुरक्षित है और इसका इस्तेमाल केवल स्वास्थ्य उद्देश्य के लिए किया जाता है तथा यह लोगों की पहचान उजागर नहीं करता। उन्होंने कहा कि लगभग इस ऐप का इस्तेमाल करने वाले 1.4 लाख लोगों को ब्लूटूथ संपर्क के जरिए संक्रमित लोगों के नजदीक होने की वजह से संक्रमण के संभावित जोखिम को लेकर सूचना मिली है।

ऐप के नाम बना विश्व रेकॉर्ड

साहनी ने कहा कि आरोग्य सेतु का इस्तेमाल करनेवालों की संख्या जल्द ही 10 करोड़ तक पहुंच जाएगी और इसने पांच करोड़ लोगों तक तेजी से पहुंचकर सबसे तेज ऐप होने का विश्व रेकॉर्ड कायम किया है। कुछ खबरों में किए गए इन दावों के बारे में कि सरकार ‘हॉटस्पॉट’ के बारे में धर्म आधारित पहचान करने पर विचार कर रही है, अग्रवाल ने कहा कि यह बहुत ही गैर-जिम्मेदाराना, निराधार और गलत खबर है।

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