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Himanta Biswa Sarma On Infiltration: ‘असम के रास्ते देश में फैल रहे घुसपैठिए, सुरक्षा को बड़ा खतरा’, बोले असम के सीएम हिमंत

himanta biswa sarma

गुवाहाटी। असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने खतरे की घंटी बजा दी है। हिमंत बिस्व सरमा का कहना है कि असम के रास्ते घुसपैठिए देश के अलग-अलग राज्यों में जा रहे हैं। मीडिया से बात करते हुए हिमंत ने कहा कि असम को ट्रांजिट रूट के तौर पर घुसपैठिए इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये देश की संप्रभुता और सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है। असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा का ये बयान काफी अहम है, क्योंकि बांग्लादेश और म्यांमार की सीमाएं पूर्वोत्तर के राज्यों से मिली हुई हैं। असम में अवैध रूप से घुसपैठ करने वाले रोहिंग्या के खिलाफ अभियान भी तेज है। इस साल जुलाई तक असम में 350 से ज्यादा रोहिंग्या पकड़े जा चुके हैं।

पूर्वोत्तर के ही एक अन्य राज्य त्रिपुरा में भी सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार ने पुलिस और अन्य एजेंसियों को घुसपैठ करने वाले रोहिंग्या को पकड़ने का आदेश दिया है। वहीं, पूर्वोत्तर के एक और राज्य मणिपुर में जारी हिंसा के बीच म्यांमार से घुसपैठिए आ रहे हैं। बीते दिनों ही मणिपुर में म्यांमार के 750 से ज्यादा नागरिक पहुंचे। केंद्र सरकार ने अब म्यांमार से आए घुसपैठियों को डिटेंशन सेंटर में रखने और इन सबकी बायोमीट्रिक जांच के आदेश दिए हैं।

रोहिंग्या की बात करें, तो देश के तमाम राज्यों में ये फैल चुके हैं। म्यांमार से बांग्लादेश होते हुए ये पूर्वोत्तर और समुद्र के रास्ते दाखिल होते हैं। यूपी में बीते दिनों पुलिस ने कई रोहिंग्या को पकड़ा है। जम्मू-कश्मीर में भी सैकड़ों रोहिंग्या को पकड़कर डिटेंशन सेंटर में रखा गया है। केंद्र की मोदी सरकार इन रोहिंग्या को वापस भेजने के लिए कई बार बांग्लादेश और म्यांमार से बात कर चुकी है। वहीं, रोहिंग्या को शरण देने संबंधी एक अर्जी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई का इंतजार कर रही है। सुप्रीम कोर्ट ने घुसपैठ करने वाले रोहिंग्या के खिलाफ अगले आदेश तक प्रत्यर्पण की कार्रवाई न करने के निर्देश पहले सुनवाई के दौरान दिए थे।

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