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Ram Temple Lord Ramlala Pran Pratishtha: आज गर्भगृह में सोने के सिंहासन पर स्थापित होगी भगवान रामलला और उनके भाइयों की चल मूर्ति, अनुष्ठान में होंगे ये कार्यक्रम

अयोध्या। रामनगरी में भक्तों का उत्साह चरम पर है। करीब 500 साल की जंग लड़ने के बाद अब भव्य राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का दिन करीब आ गया है। बस 2 दिन बाद 22 जनवरी को भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जानी है। इससे पहले आज और कल यानी 20 और 21 जनवरी को भक्तों को अस्थायी मंदिर में रामलला के दर्शन नहीं होंगे। अस्थायी मंदिर में शुक्रवार रात को पहले से विराजे रामलला और उनके भाइयों की अंतिम आरती हुई। बताया जा रहा है कि आज मुख्य मंदिर के गर्भगृह में सोने के सिंहासन पर रामलला की चल मूर्ति और उनके भाइयों के विग्रह स्थापित किए जाएंगे। अब इनकी रोज यहीं पूजा होगी। भगवान रामलला की अचल मूर्ति पहले ही लाकर राम मंदिर के गर्भगृह में स्थापित की जा चुकी है। इसी अचल मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के लिए तमाम अनुष्ठान चल रहे हैं। पहले देखिए आज सुबह राम मंदिर कैसा दिख रहा है और यहां किस तरह प्राण प्रतिष्ठा के लिए रास्तों को सजाने का काम जारी है।

राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के लिए हैदराबाद से 1265 किलो का लड्डू भी अयोध्या पहुंचा है। इस लड्डू को श्रीराम कैटरिंग सर्विस के एन. नागभूषणम रेड्डी ने तैयार कराया है। उनका कहना है कि हर रोज 1 किलो लड्डू चढ़ाने का प्रण किया था। उसी के तहत ये लड्डू अयोध्या लाया गया है।

इस बीच, दुनिया की सबसे महंगी रामायण में से एक को अयोध्या लाया गया है। 45 किलो वजन की इस रामायण को तैयार करने की लागत 1 लाख 65000 रुपए आई है। देखिए ये रामायण।

राम मंदिर में आज भगवान गणेश और माता अंबिका का पूजन होगा। अन्य अनुष्ठान में हवन और वेद पाठ होगा। इसके अलावा भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले अधिवास चल रहे हैं। इन अधिवास के तहत आज शर्कराधिवास और फलाधिवास तय किया गया है। इसके बाद 81 कलश में जो जड़ी-बूटियों का जल रखा गया है, उससे भगवान रामलला के विग्रह को स्नान कराया जाएगा। इसके बाद पिंडिकाधिवास, पुष्पाधिवास और शाम की आरती के बाद सभी अनुष्ठान पूरे होने की बात श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से बताई गई है।

जानकारी के मुताबिक पीएम नरेंद्र मोदी के 21 जनवरी यानी रविवार को ही अयोध्या पहुंचने का कार्यक्रम है। वो सुबह सरयू नदी में स्नान करेंगे। सरयू नदी में स्नान के बाद पीएम मोदी घट में जल लेकर पैदल ही पहले हनुमानगढ़ी मंदिर जाएंगे। वहां बजरंगबली से आज्ञा लेने के बाद वो फिर पैदल राम मंदिर परिसर पहुंचेंगे। पीएम मोदी के स्नान के लिए सरयू तीर पर कच्चाघाट की जगह तय की जा सकती है। हालांकि, सुरक्षा के लिहाज से अभी प्रशासन ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। 22 जनवरी की दोपहर 12.30 बजे के करीब 84 सेकेंड के मुहूर्त में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जानी है।

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