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Ayodhya Ram Temple: धार्मिक पर्यटन में सभी धर्मस्थलों को पीछे छोड़ेगा अयोध्या!, राम मंदिर खुलने के पहले दिन भक्तों की भीड़ ने दिए संकेत

अयोध्या। भगवान राम के अपने भव्य मंदिर में विराजने के साथ ही अयोध्या में दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। आज सुबह हालत ये हो गई कि अयोध्या के तमाम रास्तों पर तिल धरने की जगह नहीं थी। भक्तों के कारण कई मार्ग जाम हो गए। खबर लिखे जाने तक भक्तों का रेला राम मंदिर में भगवान रामलला के दर्शन के लिए पहुंच रहा था। जिस तरह राम मंदिर के उद्घाटन के बाद पहले ही दिन भक्तों का रेला यहां दिख रहा है, उससे लगता है कि अन्य तीर्थस्थलों के मुकाबले राम मंदिर में भक्तों की संख्या सबसे ज्यादा रह सकती है।

यूपी में वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने वालों की संख्या 2022 और 2023 को मिलाकर 13 करोड़ थी। वहीं, आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर में हर साल औसतन 2.5 करोड़ भक्त जाते हैं। जम्मू-कश्मीर के वैष्णो देवी मंदिर जाने वाले भक्तों की औसत संख्या 90 लाख है। ऐसे में राम मंदिर में पहले दिन हुई भीड़ बता रही है कि अब रामलला के भक्तों की तादाद लगातार बढ़ती रहेगी। हर साल ऐसे में राम मंदिर के साथ ही यूपी को भी भक्तों के आने से अच्छी कमाई होने की भी उम्मीद है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यानी एसबीआई ने अपने रिसर्च पेपर में पहले ही अनुमान लगाया था कि राम मंदिर में श्रद्धालुओं की इतनी संख्या होगी कि कारोबार और पर्यटन से 2024-25 में यहां से यूपी के खजाने में 25000 करोड़ की रकम जमा हो सकती है।

राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा सोमवार को हुई। ये मंदिर 2022 से बन रहा है। पूरा राम मंदिर इस साल 31 दिसंबर तक बनकर तैयार हो जाएगा। यहां भक्तों के सुगम दर्शन के लिए तमाम काम किए जा रहे हैं। मंदिर को जाने वाले रास्तों को भी चौड़ा किया गया है। अयोध्या में भगवान रामलला के अलावा और भी कई प्राचीन मंदिर हैं। इनमें कनक भवन, हनुमानगढ़ी, कुबेर टीला और मणिपर्वत जैसे स्थानों के अलावा भगवान राम के पिता महाराज दशरथ की समाधि भी है। जानकारी के मुताबिक सभी धार्मिक स्थलों तक पर्यटकों को लाने के लिए यूपी सरकार बड़ी कार्ययोजना पर काम कर रही है। इस तरह अयोध्या अब धार्मिक पर्यटन के मानचित्र पर नंबर 1 बनने की राह पर चलता दिख रहा है।

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