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Congress: प्रियंका गांधी की राह में भाई राहुल ही बन गए हैं ‘रोड़ा’, नहीं चाहते हैं बहन बने कांग्रेस अध्यक्ष!

नई दिल्ली। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस (Congress) के तारे इन दिनों गर्दिश में हैं। एक तरफ जहा कांग्रेस के दिग्गज नेता पार्टी का साथ छोड़ रहे हैं। वहीं दूसरी ओर पार्टी के अध्यक्ष पद को लेकर होने वाले चुनाव होने वाले थे, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में पार्टी के सामने लगातार चुनौतियां सामने आ रही हैं। अभी तक प्रत्याशियों के नामों को लेकर रुख साफ नहीं हो पाया है। इससे पता चलता है कि कांग्रेस के अंदरखाने में ही सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। सूत्रों के मुताबिक, अब पार्टी अध्यक्ष को लेकर गांधी फैमिली में असमंजस की स्थिति बनती हुई दिखाई दे रही है। दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर राहुल गांधी ने बड़ा दावा किया है। बताया जा रहा है कि उन्होंने पार्टी का अध्यक्ष बनने से फिर से इंकार कर दिया है। इतना ही नहीं राहुल गांधी बहन प्रियंका गांधी के राह में रोड़ा अटकाते हुए दिखाई दे रहे है।

मीडिया में छपि खबरों के अनुसार, राहुल गांधी नहीं चाहते है कि बहन प्रियंका गांधी वाड्रा या फिर गांधी परिवार से कोई पार्टी की कमान संभालें। यानि वो चाहते है कि गैर गांधी पार्टी की कमान संभालें। खबरें हैं कि पहले भी कमान संभाल चुके राहुल गांधी इस बार अध्यक्ष नहीं बनना चाहते हैं। साथ ही कहा जा रहा है कि वह गांधी फैमली से बाहर के नेता को अध्यक्ष पद पर बैठना चाहते हैं। ज्ञात हो कि इससे पहले का कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी भी राजस्थान के उदयपुर में हुए चिंतिन शिविर में यह बात कह चुकी हैं। खबरों के अनुसार, 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच कांग्रेस अध्यक्ष के लिए चुनाव हो सकता है।

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष का चुनाव दोबारा नहीं लड़ना चाहते है, इसी के चलती प्रक्रिया में देरी भी हो रही है। हालांकि पार्टी उन्हें फिर से अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठना चाहती है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राहुल पार्टी का अध्यक्ष गैर गांधी को बनना चाहते है और इतना ही नहीं वो बहन प्रियंका को नामांकन करने में भी रोड़ा अटका रहे है। वहीं सोनिया गांधी खबर सेहत की वजह से पार्टी अध्यक्ष पद पर नहीं बने रहना चाहती है। ऐसे स्थिति में पार्टी के पास सिर्फ एक ही विकल्प है कि सोनिया गांधी को 2024 में होने वाले चुनाव की कमान संभालती रहे। लेकिन इससे साफ है कि राहुल गांधी ना तो खुद आगे आ रहे और प्रियंका गांधी पर भी अड़ंगा लगा रहे है। लेकिन ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर राहुल गांधी क्या चाह रहे हैं।

वहीं, अगर उम्मीदवारी को लेकर पार्टी में खींचतान कम नहीं हुई तो ऐसे में पार्टी के दिग्गजों को मौका मिल सकता है जो कि गांधी परिवार के करीबी हो। जिसमें राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक जैसे नेताओं के नाम पर सहमति बन सकती है।

 

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