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Madhya Pradesh: कूनो नेशनल पार्क में छोड़े गए चीतों के बारे में आई बड़ी खबर, बाड़े में ऐसी है इनकी हालत

कूनो में जो चीते लाए गए हैं, उनमें से एक का नाम पीएम नरेंद्र मोदी ने आशा रखा है। इस दस्ते में 5 चीते मादा और 3 नर हैं। इसके बाद अभी दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते लाए जाने हैं। इसके बाद अगले 5 साल तक 30 और चीते लाए जाएंगे। प्रजनन के बाद इनकी संख्या 500 तक पहुंचने के बाद चीतों को देश के अलग-अलग अभयारण्यों में रखा जाएगा।

cheetah in kuno national park

पालपुर। मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में 8 चीतों को छोड़े हुए आज चौथा दिन है। अभी किसी को चीतों के पास जाने नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में लोगों की उत्सुकता ये जानने की है कि चीते कैसे हैं? वो ठीक से खा-पी रहे हैं या नहीं। तो चलिए, आपको बताते हैं कि नामीबिया से भारत लाए गए चीतों की हालत कैसी है। कूनो नेशनल पार्क में चीतों को अभी छोटे बाड़ों में रखा गया है। 30 दिन तक इनको यहां क्वारेंटीन रखा जाएगा। जिसके बाद उनको बड़े बाड़े में छोड़ा जाना है। सूत्रों के मुताबिक अभी सभी चीता ठीक हैं। 8 में से 2 चीता पहले नए हालात में सिमटे दिख रहे थे, लेकिन वे भी अब बाड़े में घूमते-फिरते हैं।

भोजन की बात करें, तो नामीबिया से उड़ान में लाए जाने से पहले चीतों को मांस खिलाया गया था। सोमवार को उनको फिर से भैंस का मांस दिया गया। बताया गया है कि चीतों ने मांस खाया और भरपूर पानी भी पीया। चीतों के बारे में एक्सपर्ट्स का कहना है कि वे हर तीसने दिन भोजन करते हैं। एक बार में करीब 9 किलो मांस एक चीता खा लेता है। इसी के मुताबिक उनको मांस परोसा गया था। बड़े बाड़े में चीतों के भोजन के लिए 230 के करीब चीतल हिरण रखे गए हैं। इन हिरणों को खाकर चीते अपना पेट भरेंगे। अफ्रीका और नामीबिया में चीते ज्यादातर गजेल हिरणों का शिकार करते हैं।

कूनो में जो चीते लाए गए हैं, उनमें से एक का नाम पीएम नरेंद्र मोदी ने आशा रखा है। इस दस्ते में 5 चीते मादा और 3 नर हैं। इसके बाद अभी दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते लाए जाने हैं। इसके बाद अगले 5 साल तक 30 और चीते लाए जाएंगे। प्रजनन के बाद इनकी संख्या 500 तक पहुंचने के बाद चीतों को देश के अलग-अलग अभयारण्यों में रखा जाएगा।

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