News Room Post

Uttar Pradesh: यहां बन गया ‘योगी मंदिर’, हर दिन होती है आरती, बजाए जाते हैं भजन

YOGI..

नई दिल्ली। मंदिरों में पूजा-अर्चना, दान तो आज से नहीं बल्कि सदियों से चला आ रहा है। आज भी घरों में कोई खास काम होता है तो इससे पहले मंदिर जाकर भगवान का आशीर्वाद लिया जाता है लेकिन श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या में भी एक ऐसे मंदिर का निर्माण किया गया जहां पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पूजा की जाती है। सुनकर चौंकिए मत…यहां सच में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जिन्हें बुलडोजर बाबा के नाम से भी जाना जाता है उनकी पूजा की जाती है। न सिर्फ पूजा बल्कि आरती और भजन भी किए जाते हैं।

बता दें, सीएम योगी का ये मंदिर श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या में बनाया गया है। ये मंदिर अयोध्या-गोरखपुर हाईवे के किनारे भरतकुंड के पास स्थित है। याद दिला दें वही भरतकुंड जहां पर भगवान राम के वनवास के दौरान भाई भरत ने उनकी खंडाऊ को सिंहासन पर रख 14 सालों तक अयोध्या का राजकाज संभाला था। साल 2014 से योगी प्रचारक बने प्रभाकर मौर्य ने योगी आदित्यनाथ का ये मंदिर बनाया है। योगी आदित्यनाथ की मूर्ति बनवाने वाले प्रभाकर का कहना है कि ये संकल्प की पूर्ति का भी साक्षी है। दरअसल, उन्होंने संकल्प लिया था कि जो भी अयोध्या में श्री राम की जन्मभूमि पर भव्य और दिव्य मंदिर बनवाएगा। वो उस व्यक्ति का भी मंदिर बनाएंगे। अब जब अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है तो उन्होंने भी अपना संकल्प पूरा किया है।

5 फीट 4 इंच की है योगी आदित्यनाथ की मूर्ति

मंदिर निर्माण कराने वाले प्रभाकर मौर्य ने ये भी बताया कि सीएम योगी की लंबाई 5 फीट 4 इंच है। ऐसे में मूर्ति की लंबाई भी उतनी ही रखी गई है। मूर्ति के कपड़ों को भी ठीक उसी तरह का रखा गया है जैसा कि योगी आदित्यनाथ पहनते हैं। इसके अलावा मूर्ति देखते ही योगी आदित्यनाथ का अक्श मन में उभर आए इसके लिए मूर्ति को प्रभाकर ने बाराबंकी जनपद के एक मूर्तिकार दोस्त से उन्होंने बनवाया है। मूर्ति के निर्माण में करीब 2 माह का समय भी लगा है।

आरती पूजा के साथ बजते हैं योगी भजन

अयोध्या स्थित इस योगी मंदिर में बाकायदा उनकी आरती और पूजा होती है बल्कि आरती के समय उन पर लिखे गीत भी बजाए जाते हैं। इन गीतों को खुद प्रभाकर मौर्य ने लिखे हैं। इसके अलावा इस स्थान के प्रचार प्रसार के लिए ऑडियो और वीडियो कैसेट भी बनाए जा रहे हैं।

Exit mobile version