नई दिल्ली। एक तरफ लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर कांग्रेस और विपक्ष बड़े-बड़े दावे कर रहा है। तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस की राज्य सरकार हरियाणा में कुछ अलग रुख अपनाए हुए है। लोकसभा चुनाव को लेकर तो विपक्षी गठबंधन इंडिया में प्यार नजर आ रहा है। लेकिन राज्यों में विधानसभा चुनाव को लेकर तकरार दिखाई दे रही है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने गुरुवार को कहा कि कांग्रेस पार्टी हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ने और जीतने में हर तरह से काबिल है और किसी भी गठबंधन को नहीं करना चाहती है। इसके साथ ही उन्होंने राज्य में कांग्रेस की बड़ी जीत का भी दावा करने से गुरेज नहीं किया । लोकसभा चुनाव के लिए बनाए गए I.N.D.I.A गठबंधन का जिक्र करते हुए हुड्डा ने अन्य पार्टियों को भी चुनौती दी कि अगर वे चाहें तो गठबंधन बनाएं।
गुरुवार को रोहतक में बाढ़ की स्थिति पर बात करते हुए हुड्डा ने संकट के कुप्रबंधन के लिए हरियाणा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए इसकी आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि अगर सरकार ने समय रहते कार्रवाई की होती तो हरियाणा में बाढ़ की स्थिति इतनी नहीं बिगड़ती। हुड्डा ने मांग की कि किसानों को 5000 रुपये का मुआवजा दिया जाना चाहिए। बाढ़ से हुई क्षति के लिए प्रति एकड़ 40 हजार और मृतकों के परिजनों को भी मुआवजा दिया जाए।
“कांग्रेस पार्टी हरियाणा चुनाव खुद लड़ने और जीतने में सक्षम है, इंडिया गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए हुआ है”
◆ हरियाणा के पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा का बयान
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— News24 (@news24tvchannel) July 28, 2023
हाल ही में दिल्ली में आई बाढ़ को लेकर हुड्डा ने इस स्थिति के लिए हरियाणा और दिल्ली दोनों सरकारों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने बताया कि अवैध खनन ने यमुना नदी का मार्ग बदल दिया है, जिसके परिणामस्वरूप गंभीर नुकसान हुआ है। उन्होंने फसल बीमा योजना पर भी चिंता जताई और कहा कि यह कंपनियों के लिए मुनाफा कमाने वाला उद्यम बन गया है। उन्होंने आलोचना की कि प्रीमियम एकत्र करने के बावजूद, बीमा कंपनियों ने केवल 8% दावों का भुगतान किया है।