बक्सर। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बीते दिनों बिहार के बक्सर में रैली की थी। रैली कांग्रेस अध्यक्ष की थी, सो पार्टी के बक्सर जिलाध्यक्ष मनोज कुमार पांडे पर ये जिम्मेदारी थी कि वो ज्यादा से ज्यादा लोगों को मल्लिकार्जुन खरगे की रैली में लाएं। मनोज कुमार पांडे इसमें नाकाम रहे। नतीजे में उनको बक्सर कांग्रेस जिलाध्यक्ष पद से हाथ धोना पड़ा है। बक्सर के दल सागर मैदान में खरगे ने 20 अप्रैल को रैली की थी। उनको सुनने के लिए आम लोग कम ही वहां गए। तमाम खाली कुर्सियां मल्लिकार्जुन खरगे की रैली का हाल बयान कर रही थीं। ऐसे में लगता है कांग्रेस नेतृत्व को जिलाध्यक्ष मनोज पांडे का कामकाज अखर गया।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की रैली हो और उस बिहार में, जहां इस साल नवंबर में विधानसभा के चुनाव हो रहे हैं। जाहिर है, बिहार में अपने अस्तित्व की जंग लड़ रही कांग्रेस के लिए अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष की बक्सर रैली बहुत अहम थी। अब खरगे की रैली में भीड़ न जुटा पाने के बाद कांग्रेस हाईकमान ने 20 अप्रैल को ही चिट्ठी जारी की। इस चिट्ठी में लिखा गया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के माननीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की रैली दल सागर मैदान में हुई। कांग्रेस की ओर से लिखा गया कि पहली नजर में खरगे की रैली के लिए तैयारी में घोर कमी और आपसी समन्वय नहीं दिखा। चिट्ठी में लिखा गया कि जिला कांग्रेस कमेटी ने अपनी जिम्मेदारी ठीक से नहीं निभाई। ऐसे में जिला कांग्रेस के अध्यक्ष पद से मनोज कुमार पांडे को तुरंत निलंबित किया जा रहा है।
मनोज कुमार पांडे को जिलाध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद इस मामले पर कांग्रेस का कोई नेता कुछ कह नहीं रहा है। हालांकि, तेज गर्मी पड़ रही है और बिहार में कांग्रेस का जनाधार काफी समय से कम भी है। माना जा रहा है कि इन वजहों के कारण भी खरगे की रैली में भीड़ कम जुटी। हालांकि, मनोज कुमार पांडे ने कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष की रैली में 30 हजार से ज्यादा लोग आएंगे। उन्होंने 10 हजार कुर्सियां भी लगवाई थीं। इनमें से हजारों कुर्सियां खाली रहीं। खुद को बक्सर कांग्रेस जिलाध्यक्ष पद से हटाए जाने पर अभी मनोज कुमार पांडे ने भी कुछ नहीं कहा है।