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Rajasthan Paper Leak: ‘राजस्थान पेपर लीक के आरोपी ढाका को बचाना चाहती है कांग्रेस’.. अशोक गहलोत सरकार पर BJP के गंभीर आरोप

Rajasthan Paper Leak: पेपर लीक से संबंधित पांच मामले लंबित हैं, साथ ही उदयपुर के सविना पुलिस स्टेशन में एक और मामला विचाराधीन है, जिसका वर्तमान सुनवाई में उल्लेख नहीं किया गया है। अदालत ने आरोपियों के खिलाफ सभी लंबित मामलों पर एक व्यापक रिपोर्ट 20 जुलाई, 2023 तक जमा करने की मोहलत दी है।

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नई दिल्ली। राजस्थान में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार परीक्षा पेपर लीक के आरोप सामने आने के बाद बड़े पैमाने पर विवाद में फंस गई है। भारतीय जनता पार्टी राजस्थान सरकार के ऊपर पूरी तरह हमलावर है। भाजपा के राष्ट्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रभारी अमित मालवीय ने कांग्रेस सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि यह स्पष्ट है कि लीक के पीछे कांग्रेस पार्टी का हाथ था।राजस्थान की कांग्रेस सरकार के राज में 19 परीक्षाओं के पेपर लीक हुए। पेपर लीक का मास्टर माइंड सुरेश ढाका है। ढाका को बचाने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और गांधी परिवार के नज़दीकी, सलमान खुर्शीद वकील रहेंगे। स्पष्ट है कि कांग्रेस ही पेपर लीक करवा रही थी।

वहीं दूसरी तरफ आपको बता दें कि इस पेपर लीक के पीछे के मास्टरमाइंड के रूप में पहचाने जाने वाले सुरेश ढाका इस मामले में अंतरिम जमानत हासिल करने में असमर्थ रहे हैं। राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीश मदन गोपाल व्यास ने सुरेश ढाका को द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में लीक हुए पेपर से जुड़े सभी लंबित मामलों का पूरा ब्यौरा पेश करने के निर्देश दिए हैं। आरोपी सुरेश ढाका ने कानूनी कार्यवाही के दौरान अपने वकील के रूप में प्रतिनिधित्व करने के लिए गांधी परिवार के करीबी वरिष्ठ अधिवक्ता सलमान खुर्शीद को चुना है। जिसपर भारतीय जनता पार्टी ये पूरे आरोप लगा रही है। आरोपियों की ओर से पैरवी कर रहे सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील सलमान खुर्शीद को तथ्यात्मक रिपोर्ट की प्रति उपलब्ध नहीं करायी गयी है। इसके अतिरिक्त, एजी (महाधिवक्ता) अनिल जोशी ने तर्क दिया कि धारा 172-3 के तहत तथ्यात्मक रिपोर्ट दिखाना अनावश्यक है क्योंकि यह केस डायरी का हिस्सा है। इस रुख को सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय के कानूनी उदाहरणों द्वारा भी समर्थन दिया गया।

मामले की कार्यवाही से पता चला है कि पेपर लीक से संबंधित पांच मामले लंबित हैं, साथ ही उदयपुर के सविना पुलिस स्टेशन में एक और मामला विचाराधीन है, जिसका वर्तमान सुनवाई में उल्लेख नहीं किया गया है। अदालत ने आरोपियों के खिलाफ सभी लंबित मामलों पर एक व्यापक रिपोर्ट 20 जुलाई, 2023 तक जमा करने की मोहलत दी है। मामले में अगली सुनवाई उसी तारीख के लिए निर्धारित है। संक्षेप में, परीक्षा पेपर लीक विवाद दिसंबर 2023 में सामने आया, जिसमें मुख्य संदिग्ध के रूप में सुरेश ढाका का नाम सामने आया। तभी से पुलिस उसकी तलाश कर रही है। ढाका जयपुर में एक निजी कोचिंग संस्थान चलाने के लिए जाना जाता है और उस पर द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक करने का आरोप है।

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