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Congress: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस बनाएगी एम्पावर्ड एक्शन ग्रुप, PK की एंट्री पर पार्टी ने साधी चुप्पी

Sonia and Prashant

नई दिल्ली। इस वक्त कांग्रेस पार्टी बुरे दौर से गुजर रही है। पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में पार्टी को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। कभी पूरे देश में कांग्रेस का वर्चस्व हुआ करता था। लेकिन पार्टी की स्थिति इतनी खराब हो गई है कि सिर्फ दो राज्यों में ही कांंग्रेस की सरकार बची है। मगर दोनों राज्यों में पार्टी के अंदर आपसी मतभेद भी देखने को मिल रहे हैं। कई बार अंदरूनी कलह की वजह से कांग्रेस आलाकमान को दखल देने पड़ा और मामले को शांत करवाना पड़ा। ऐसे में पार्टी की स्थिति को सुधारने के लिए अब सोनिया गांधी खुद मोर्चा संभालते हुए दिख रही है। कांग्रेस की अंतिरम अध्यक्ष सोनिया गांधी साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर कमर कसने की कोशिश रही है। दरअसल, सोनिया गांधी चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के प्रपोजल पर कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के साथ बैठक करके एक एम्‍पावर्ड एक्‍शन ग्रुप 2024 बनाया है। अहम बात ये है कि यह ग्रुप 2024 के लोकसभा चुनावों पर रणनीति बनाने का काम करेगा।

इस फैसले की जानकारी कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरेजवाला ने उस वक्त जब उनसे चुनावी रणनीतिकार पीके के प्रपोजल को लेकर सवाल पूछा गया। सूरजेवाला ने बताया कि, सोनिया गांधी ने एक एम्‍पावर्ड एक्‍शन ग्रुप 2024 (Empowered Action Group 2024) का गठन करने का फैसला किया है। हालांकि इस दौरान उन्होंने प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने पर कोई जवाब नहीं दिया।

इसके अलावा उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने 13, 14, 15 मई को उदयपुर में चिंतन शिविर का आयोजन किया जाएगा। जिसमें किसान और कृषि, बेरोजगारी, संगठनात्मक मामले, सामाजिक अधिकारिता, आर्थिक स्थिति और राजनीतिक मामलों सहित छ: एजेंडा पर चर्चा के लिए छ: अलग-अलग समितियों का गठन किया है। मल्लिकार्जुन खड़गे, पी चिदंबरम, सलमान खुर्शीद, मुकुल वासनिक, भूपिंदर सिंह हुड्डा और अमरिंदर सिंह वायरिंग 6 अलग-अलग समितियों के संयोजक होंगे।

बता दें कि बीते कई दिनों से प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की खबरें सामने आ रही है। हाल ही में पीके ने सोनिया गांंधी से मुलाकात भी की थी। लेकिन अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि वो कांग्रेस में शामिल होंगे या नहीं। लेकिन सवाल ये उठता है कि देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को आज पीके के भरोसे पर अपनी नैया पार करने की जरूरत पड़ रही है।

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