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Corona Vaccine: कोरोना वैक्सीन के मामले में एक कदम और आगे बढ़ा भारत, नेजल स्प्रे के ट्रायल की मांगी गई इजाजत

Corona Nasal Spray Vaccine2

नई दिल्ली। कोरोनावायरस का प्रसार जिस तेजी से भारत में बढ़ा अब इसके मामले में थोड़ी राहत महसूस की जा रही है। कोरोना के मामलों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। वहीं देश में आजतक कुल कोरोना संक्रमित मामलों की संख्या 1,04,13,417 हो गई है। वहीं पिछले 24 घंटे में 234 मरीजों की मौत के बाद कुल मृतकों की संख्या 1,50,570 हो गई है। वहीं देशभर में अब एक्टिव केस 2,25,449 रह गए हैं। साथ ही कुल रिकवरी नंबर 1,00,37,398 है। इस सब के बीच भारत सरकार की तरफ से दो कोरोना वैक्सीन को आपातकालीन प्रयोग के लिए मंजूरी दी है। इन दोनों वैक्सीन को लोगों को लगाने से पहले जहां एक तरफ सरकार की तरफ से सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूरी की जा रही है। वहीं देशभर के लगभग सभी जिलों में इसको लेकर ड्राइ रन भी आज किया जा रहा है। इस बीच एक और शानदार उपलब्धि भारत के नाम जुड़ने वाली है। दरअसल भारत में 10 से ज्यादा कोरोना वैक्सीन के निर्माण पर काम जारी है इसमें से एक कोरोना वैक्सीन ऐसी है जो नेजल स्प्रे के जरिए दी जानी है। जिसके लिए कंपनी की तरफ से ट्रायल की मंजूरी मांगी गई है।

इस नेजल स्प्रे कोरोना वैक्सीन को भारत में भारत बायोटेक बना रही है। आपको बता दें कि भारत बायोटेक की एक और कोरोना वैक्सीन को हाल ही में आपातकालीन प्रयोग के लिए मंजूरी मिल चुकी है। इसका नाम कोविशील्ड है। अब भारत बायोटेक ने नेजल स्प्रे वाली अपनी दूसरी कोरोना वैक्सीन के देश में ट्रायल के लिए ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) को प्रपोजल भेजा है।

अगर ट्रायल में देश नेजल स्प्रे वाली इस कोरोना वैक्सीन को सफलता मिलती है तो यह देश के लिए बड़ी कामयाबी होगी। इस वैक्सीन का फायदा यह होगा कि इसके लिए दर्द भरा इंजेक्शन लेने की जरूरत नहीं होगी। बल्कि नाक के जरिए स्प्रे कर इस वैक्सीन को ह्यूमन बॉडी तक पहुंचाया जाएगा। रिसर्च की मानें तो इस तरह के वैक्सीन ज्यादा प्रबावी होते हैं।

भारत बायोटक ने इस वैक्सीन को तैयार करने के लिए वाशिंगटन यूनिवर्सिटी रिसर्च का काम किया है और तब इसे तैयार किया गया है। अब ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से इस वैक्सीन के भारत में पहले और दूसरे फेज़ के ट्रायल के लिए इजाजत मांगी गई है। इस वैक्सीन के ट्रायल को लेकर कंपनी की मानें तो इसकी शुरुआत देश में नागपुर, भुवनेश्वर, पुणे और हैदराबाद जैसे शहरों में किया जाएगा। वहीं इस वैक्सीन के ट्रायल के लिए वॉलंटियर के तौर पर 18 से 65 वर्ष तक के लोगों को रखा जाएगा।

आपको बता दें कि कोरोनावायरस से लड़ाई में भारत सरकार ने दो वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन को मंजूरी दे दी है। अभी तक भारत में इन दो वैक्सीन जिसको सरकार की तरफ से मंजूरी मिली है वो बाँहों पर इंजेक्शन के जरिए दी जाती है।

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