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कोरोनावायरस के कंफर्म मामले बढ़कर हुए 107, भारत ने सील किए बॉर्डर, करतारपुर साहिब गलियारा श्रद्धालुओं के लिए बंद

नई दिल्ली। भारत में कोरोनावायरस के अबतक 107 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। स्वास्थ मंत्रालय ने रविवार को इस बात की जानकारी दी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, “कोविड-19 संक्रमण के अबतक 107 कंफर्म मामले सामने आ चुके हैं।”

कोरोना वायरस के कहर को देखते हुए सरकार ने अपने बॉर्डर को सील करने का फैसला किया है। आज से पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान और म्यांमार बॉर्डर से आवागमन पर रोक लगा दी गई है। गृह मंत्रालय ने कहा है कि अगला आदेश जारी होने तक भारत की पड़ोंसी देशों से लगने वाली सीमाओं से आना-जाना प्रतिबंधित है। हालांकि कुछ चेक पोस्ट से जरूरी आवागमन हो सकेगा।

दरअसल भारत में भी लगातार कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इस समय महाराष्ट्र में कोरोना के सबसे ज्यादा 31 मरीज हैं। इस तरह से देश में इस वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या 107 पहुंच गई है। हालांकि, सरकार ने संक्रमित लोगों की संख्या 93 बताई है। इनमें से दो की मौत हो चुकी है और 10 मरीज ठीक हो चुके हैं।

केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस को आपदा घोषित कर दिया है। ऐसे में गृह मंत्रालय ने ऐलान किया है कि इस संक्रमण से मरने वालों के परिवार को 4 लाख रुपये की मदद राशि दी जाएगी। लेकिन अब खबर आ रही है कि सरकार ने अपने इस फैसले पर यू टर्न ले लिया है अभी तक सरकार की तरफ से इस संक्रमण से मरने वालों के परिवार को 4 लाख रुपये की मदद राशि के ऐलान को टाल दिया गया है।

सरकार ने पहले ही बता दिया है कि भारत-बांग्लादेश क्रॉस बॉर्डर ट्रेनें और बसें 15 अप्रैल तक सस्पेंड रहेंगी। इनकी तारीख और भी बढ़ाई जा सकती है।

कोरोना वायरस की वजह से देश के आधे राज्यों में स्कूल-कॉलेज 31 मार्च तक बंद कर दिए गए हैं। इसमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़, जम्मू, हरियाणा और केरल भी शामिल हैं। कोरोना का प्रकोप बढ़ने की वजह से सरकार एहतियाती कदम उठा रही है। सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे बाहर के देशों की यात्रा न करें। सरकार ने बड़े स्तर पर क्वैरंटाइन और लैब्स का काम भी शुरू कर दिया है। महाराष्ट्र ने स्कूल-कॉलेज के साथ मॉल भी बंद करने का आदेश दिया है।

करतारपुर साहिब गलियारा श्रद्धालुओं के लिए बंद

कोरोनावायरस के खिलाफ एहतियात के तौर पर पंजाब के अमृतसर के पास अटारी में संयुक्त जांच चौकी पर पाकिस्तान से लोगों और माल की आवाजाही पर अस्थायी रूप से रोक लगाने के बाद, भारत सरकार ने रविवार मध्यरात्रि से करतारपुर साहिब गलियारे को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया है। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक ट्वीट में कहा कि कोविड-19 के प्रकोप के मद्देनजर, रोग के प्रसार और नियंत्रण के लिए एहतियाती उपाय के रूप में, श्री करतारपुर साहिब के लिए यात्रा और पंजीकरण अस्थायी रूप से अगले आदेश तक 16 मार्च, 2020 से निलंबित कर दिया गया है।”

अकाल तख्त ने भारतीय श्रद्धालुओं पर पाकिस्तान के करतारपुर साहिब गुरुद्वारा जाने पर प्रतिबंध लगाने की आशंका के चलते दो दिन पहले भारत सरकार से प्रतिबंध नहीं लगाने का आग्रह किया था।

अकाल तख्त के प्रमुख ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने अमृसर में मीडिया को बताया कि सरकार को करतारपुर साहिब गुरुद्वारा जाने वाले भक्तों पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि यह सिखों के लिए आस्था का विषय है।

4.2 किलोमीटर लंबा गलियारा पाकिस्तान के नारोवाल जिले की शकरगढ़ तहसील में करतारपुर साहिब गुरुद्वारे के साथ गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक नगर को जोड़ता है।

अधिकारियों ने आईएएनएस को बताया कि कोरोनोवायरस के डर से करतारपुर साहिब गुरुद्वारा में रोजाना आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भारी कमी आई है। इस प्रतिबंध से अब श्रद्धालु सोमवार से करतारपुर साहिब गुरुद्वारे की यात्रा नहीं कर पाएंगे।

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