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भारत में कोरोना से राहत के लिए आगे आया भारतीय अमेरिकी NGO, मदद को जुटाई इतनी बडी राशि

नई दिल्ली। विश्व इस समय महा संकट से गुजर रहा है, महामारी कोरोनावायरस हर तरफ मौत बनकर बरस रही है। सामाजिक प्राणी होने पर गर्व करने वाली मानव प्रजाति अब सामाजिक जमघटों से दूरी बना रही है। इंसान घरों में किसी पिंजरे में बंद जानवर की तरह कैद है। कुछ लोग भूखे हैं जो खाना जुटाने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं।

लेकिन इंसानों में सहयोग की ऐसी गजब की भावना होती है जिससे कि वो ऐसे संकटों से वे निपट सकते हैं। इस संकट काल में गैर सरकारी संगठन लोगों की मदद के लिए आगे आकर वही काम कर रहे हैं। एक भारतीय-अमेरिकी गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के बीच भारत और अमेरिका में भुखमरी से लड़ने के लिए 10 लाख डॉलर की राशि जुटाई है। एनजीओ इंडियाजपोरा के संस्थापक और बोर्ड के चेयरमैन एम आर रंगास्वामी ने बताया कि इससे अमेरिका में लोगों को 4,700,000 भोजन के पैकेट और भारत में प्रवासी मजदूरों को 1,06,000 राशन के पैकेट मुहैया कराए जा सकते हैं जिससे सात से 10 दिन के लिए उनके लिए भोजन की व्यवस्था होगी।

इसके साथ ही फीडिंग अमेरिका देशभर में अपने 200 खाद्य बैंकों को यह धन दे रहा है। गौरतलब है कि गूंज भारत के 18 राज्यों में विस्थापित प्रवासियों को भोजन, सूखा राशन और स्वच्छता संबंधी किट देकर इस निधि का इस्तेमाल कर रही है। इस बारे में रंगास्वामी ने ज्यादा जानकारी देते हुए बताया , ‘‘ऐसा नहीं है कि सिर्फ इंडियाजपोरा को ही दान मिला। सिख लोग लंगर करके लोगों को खाना खिला रहे हैं, युवा स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों के लिए मास्क बना रहे हैं। देशभर से जबरदस्त सहयोग देखने को मिल रहा है जो मैंने पहले कभी नहीं देखा।’’

लेकिन सिर्फ इंडियाजपोरा ही अकेला संगठन नहीं है जो लोगों की मदद कर रहा हो, बल्कि इसके अलावा भी एक अन्य गैर लाभकारी संस्था सेवा इंटरनेशनल ने कोरोना वायरस राहत कार्य के लिए 5,00,000 डॉलर से अधिक की धनराशि जुटाई है। इस तरह की मदद सभी जरूरतमंद लोगों तक खाने पीने से जुड़ी सामग्री और जरूरी दवाइयों के लिए दी जा रही है। जो कि कोरोना संकट काल में बेहद महत्वपूर्ण है।

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