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तब्लीगी जमात में शामिल हुआ था झारखंड सरकार में मंत्री हाजी हुसैन का बेटा, परिवार हुआ होम क्वारन्टीन

नई दिल्ली। दिल्ली के हजरत निज़ामुद्दीन स्थित मरकज़ में जो तब्लीगी जमात की सभा हुई थी उसकी वजह से आज पूरा पर कोरोना के कम्युनिटी स्प्रेड का खतरा मंडरा रहा है। मगर इसके बावजूद भी इस मामले में दोषी लोगों को शायद किसी चीज से फर्क ही नहीं पड़ रहा है।

लेकिन 21 दिन के लॉकडाउन के नौंवे दिन गुरुवार को तब्लीगी मरकज में शामिल होकर झारखंड लौटने वाले जमातियों के खिलाफ पुलिस का एक्शन जारी है। दूसरी तरफ, तबलीगी मरकज में शरीक होकर लौटे हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल में शामिल हाजी हुसैन के बेटे का भी नाम शामिल पाया गया है। इस खबर के खुलते ही मंत्री के परिवार को एहतिआत के तौर पर परिवार समेत होम क्वारैंटाइन कर दिया गया है।

कोरोना का कहर इतना है कि गुरुवार सुबह झारखंड राजधानी रांची, जमशेदपुर, धनबाद सहित कई अन्य जिलों के बाजारों में अन्य दिनों के मुकाबले भीड़ कम देखने को मिली। मंत्री के बेटे के उस जमात में शामिल होने की खबर मिलने के बाद झारखंड पुलिस अब बाजारों व सड़कों पर सख्ती बरत रही है।

बता दें दिल्ली में तब्लीगी जमात के मरकज से झारखंड वापस लौटने वाले लोगों की सूची में मधुपुर से झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक व अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के बेटे का नाम भी शामिल है। हालांकि, इस घटना पर मंत्री व उनके बेटे दोनों ने ही साफ तौर पर इनकार कर दिया है। मंत्री के बेटे का कहना है कि वे 1993 के बाद कभी दिल्ली गए ही नहीं।

गौरतलब है कि राज्य पुलिस की विशेष इकाई ने सभी जिलों के डीसी को तब्लीगी जमात में शामिल लोगों की एक सूची जारी की थी। इसके बाद जिला प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए मंत्री के बेटे और सूची के दूसरे व्यक्ति मोहम्मद अब्बास का ब्लड सैंपल जांच के लिए रिम्स भेज दिया है।

अब सवाल ये उठ रहे हैं कि अगर मंत्री के बेटे में किसी तरह के लक्षण पाए जाते हैं तो फिर मंत्री जी जिनसे भी मिले होंगे उन सब पर इस वायरस का खतरा हो सकता है।

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