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पंजाब के बाद पूरे महाराष्ट्र में भी कर्फ्यू का ऐलान, उद्धव ठाकरे बोले- मान नहीं रहे लोग

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले में महाराष्ट्र में सामने आए हैं। लॉकडाउन के बावजूद लोग सड़कों पर हैं। इसी के मद्देनजर पूरे महाराष्ट्र में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा है कि लोग बात नहीं मान रहे थे इसलिए मजबूर होकर कर्फ्यू लागू करना पड़ रहा है। महाराष्ट्र में अब तक कोरोना वायरस के 86 मरीज सामने आ चुके हैं।

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लोगों के रवैये से नाराजगी जताते हुए कहा कि वे मजबूरीवश ऐलान कर रहे हैं कि पूरे राज्य में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि लोग लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे थे और वे कर्फ्यू की घोषणा करने पर मजबूर हुए हैं। इसी के साथ एक जिले से दूसरे जिले में ट्रांसपोर्ट भी बंद हो गया है। हालांकि जरूरी चीजें ले जाई जा सकेंगी।

उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘रविवार को हमने राज्य के बॉर्डर सील किए, अब हम जिलों के भी बॉर्डर सील कर रहे हैं। हम उन जिलों में कोरोना नहीं फैलने देंगे, जो अभी तक अप्रभावित हैं।’ सीएम उद्धव ठाकरे ने बताया कि ग्रॉसरी, दूध, बेकरी, मेडिकल स्टोर जैसी जरूरी दुकानें खुली रहेंगी। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है।

सीएम उद्धव ठाकरे के मुताबिक, सभी धर्म स्थल बंद रहेंगे। पुजारी और अन्य संबंधित पदाधिकारी मंदिर या अन्य स्थलों में अकेले रहेंगे और वही पूजा करेंगे। उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘आज मैं राज्यव्यापी कर्फ्यू लागू करने की घोषणा करने पर मजबूर हो गया हूं। लोग सुन ही नहीं रहे थे इसलिए हमें यह कदम उठाना ही पड़ा।’

कर्फ्यू के तहत सभी जिलों के बॉर्डर सील कर दिए हैं। एक जिले से दूसरे जिले में जाने वाली गाड़ियों को भी परमिशन नहीं है। दूध, सब्जी, राशन और दवाओं की गाड़ियां एक शहर से दूसरे शहर जा सकती हैं लेकिन उसके लिए भी पर्याप्त अनुमति की आवश्यकता होगी।

दूसरी तरफ कोरोना वायरस से महाराष्ट्र में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना से उबर चुके फिलीपींस के 68 वर्षीय व्यक्ति की मुंबई के एक अस्पताल में मौत हो गई। यह कोरोना वायरस से संबंधित महाराष्ट्र में तीसरी मौत है। वहीं देश भर में कोरोना के संक्रमण के कारण जान गंवाने वालों की कुल संख्या 8 हो गई है।

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