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राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल टैक्स लेने का काम अस्थाई तौर पर रोका गया

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इससे आपात सेवाओं के काम में लगे लोगों को मदद मिलेगी। मंत्री ने कहा कि सड़कों का प्रबंधन और टोल प्लाजा पर आपात संसाधन की मौजूदगी पहले की तरह ही रहेगी।

नई दिल्ली। देश में कोरोनावायरस के संक्रमण को देखते हुए केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने घोषणा की है गुरुवार से अस्थाई तौर पर राष्ट्रीय राजमार्गो पर टोल टैक्स नहीं लगेगा। इस बाबत सभी जगज सूचना दी जा चुकी है। इस बात की घोषणा केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार देर शाम की।


उन्होंने कहा कि आपात सेवाओं के काम में लगे लोगों का काम आसान करने के लिए देश में अस्थायी तौर पर राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल नहीं लिया जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा, कोविड-19 को देखते हुए आदेश दिया जाता है कि देश के सभी टोल प्लाजा पर टोल लेने का काम बंद किया जाए।


केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इससे आपात सेवाओं के काम में लगे लोगों को मदद मिलेगी। मंत्री ने कहा कि सड़कों का प्रबंधन और टोल प्लाजा पर आपात संसाधन की मौजूदगी पहले की तरह ही रहेगी।

सूत्रों के अनुसार 22 मार्च को लॉकडाउन से पहले एनएचएआई के टोल प्लाजा पर रोजाना तकरीबन 85 करोड़ रुपये का टोल संग्रह होता था। वहीं रविवार को केवल 33 करोड़ रुपये, सोमवार को 30 करोड़ तथा मंगलवार को देशव्यापी लाक डाउन के पहले करीब 25 करोड़ का टोल एकत्र हुआ। अब संपूर्ण लाक डाउन है। एनएचएआई के एक अधिकारी के अनुसार ज्यादातर लेनें बंद हैं और दोनों ओर एक या दो लेन से काम चलाया जा रहा है।

ऐसे में टोल कर्मचारियों की जरूरत सीमित रह गई है जो कर्मी ड्यूटी कर रहे हैं उनमे, खासकर हाइब्रिड लेन में लगे कर्मियों के संक्रमण का भी खतरा है। टोल कर्मियों के आने जाने की भी दिक्‍कतें हैं। साथ ही आपातकालीन सेवाओं की आपूर्ति में बाधाएं आ रही हैं। ऐसे में एनएचएआई प्रशासन ने सरकार को सलाह दी थी कि टोल प्लाज़ाओं पर कमाई कम और खर्च ज्यादा की स्थिति पैदा हो उससे पहले ही टोल संग्रह स्थगित कर वाहनों को टोल मुक्त करने पर विचार कर लिया जाना चाहिए।

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