News Room Post

CM Rekha Gupta Vs Atishi: दिल्ली विधानसभा में दिखेगी दिग्गज महिला नेताओं की जंग?, सीएजी रिपोर्ट पर सीएम रेखा गुप्ता और नेता विपक्ष आतिशी में पहला टकराव संभव

CM Rekha Gupta Vs Atishi: बीजेपी ने दिल्ली चुनाव के वक्त अंदेशा जताया था कि सीएजी रिपोर्ट में ऐसे घपलों की जानकारी दी गई है, जिसकी वजह से सीएम रहते अरविंद केजरीवाल और फिर उनके बाद पद संभालने वाली आतिशी ने विधानसभा के पटल पर इसे नहीं रखा। दिल्ली हाईकोर्ट ने भी सीएजी रिपोर्ट दिल्ली विधानसभा में पेश न करने पर आम आदमी पार्टी की तत्कालीन सरकार को फटकार लगाई थी। अब जहां बीजेपी सीएजी रिपोर्ट के बहाने आम आदमी पार्टी को घेरने की तैयारी में है। वहीं, आतिशी का कहना है कि बीजेपी भ्रम फैला रही है। ऐसे में सीएम रेखा गुप्ता से आतिशी की जुबानी जंग भी देखने को मिल सकती है।

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में अब महिला नेताओं की जंग देखने को मिलेगी। इसका मौका सोमवार यानी 24 फरवरी को ही आ सकता है। दरअसल, बीजेपी ने दिल्ली में सरकार बनाने के बाद तय किया है कि विधायकों के शपथग्रहण के बाद ही सीएजी की सभी रिपोर्ट दिल्ली विधानसभा के पटल पर रखी जाएंगी। दिल्ली विधानसभा के सत्र के दौरान उसके पटल पर सीएजी रिपोर्ट रखने का जिम्मा सीएम रेखा गुप्ता को ही मिलने वाला है। रेखा गुप्ता की सरकार में मंत्री आशीष सूद ने सीएजी रिपोर्ट के बारे में क्या कहा, ये सुनिए।

बीजेपी ने दिल्ली चुनाव के वक्त अंदेशा जताया था कि सीएजी रिपोर्ट में ऐसे घपलों की जानकारी दी गई है, जिसकी वजह से सीएम रहते अरविंद केजरीवाल और फिर उनके बाद पद संभालने वाली आतिशी ने विधानसभा के पटल पर इसे नहीं रखा। दिल्ली हाईकोर्ट ने भी सीएजी रिपोर्ट दिल्ली विधानसभा में पेश न करने पर आम आदमी पार्टी की तत्कालीन सरकार को फटकार लगाई थी। आम आदमी पार्टी के विधायक दल की बैठक में नेता विपक्ष चुने जाने के बाद पूर्व सीएम आतिशी ने कहा कि जब वो सीएम थीं, तब सीएजी रिपोर्ट विधानसभा स्पीकर को भेज दी थीं। आतिशी ने कहा कि बीजेपी गलत जानकारी फैला रही है कि सीएजी रिपोर्ट उसकी सरकार पेश कर रही है।

कुल मिलाकर दिल्ली विधानसभा में सीएम रेखा गुप्ता और नेता विपक्ष और पूर्व सीएम आतिशी के बीच पहली जंग का मैदान तैयार नजर आ रहा है। दिल्ली विधानसभा में बीजेपी के 48 और आम आदमी पार्टी के 22 विधायक हैं। इस तरह बीजेपी की सरकार के पास बहुमत से ज्यादा संख्या है और इसके कारण वो कोई भी प्रस्ताव आसानी से पास करा सकती है। अब सबकी नजर इस पर है कि दिल्ली विधानसभा में सीएजी की जिन रिपोर्ट को पेश किया जाना है, उनसे क्या खुलासे होते हैं और क्या इससे अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के लिए मुश्किलें बढ़ेंगी?

Exit mobile version