
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में अब महिला नेताओं की जंग देखने को मिलेगी। इसका मौका सोमवार यानी 24 फरवरी को ही आ सकता है। दरअसल, बीजेपी ने दिल्ली में सरकार बनाने के बाद तय किया है कि विधायकों के शपथग्रहण के बाद ही सीएजी की सभी रिपोर्ट दिल्ली विधानसभा के पटल पर रखी जाएंगी। दिल्ली विधानसभा के सत्र के दौरान उसके पटल पर सीएजी रिपोर्ट रखने का जिम्मा सीएम रेखा गुप्ता को ही मिलने वाला है। रेखा गुप्ता की सरकार में मंत्री आशीष सूद ने सीएजी रिपोर्ट के बारे में क्या कहा, ये सुनिए।
#WATCH | Delhi | On CAG reports to be tabled in Delhi assembly, Delhi Minister Ashish Sood says, “… If the report reveals that anyone has looted the people of Delhi, then PM Narendra Modi’s soldiers, who are in the Delhi government now, will confiscate the loot and give it back… pic.twitter.com/6xLPErMJtF
— ANI (@ANI) February 23, 2025
बीजेपी ने दिल्ली चुनाव के वक्त अंदेशा जताया था कि सीएजी रिपोर्ट में ऐसे घपलों की जानकारी दी गई है, जिसकी वजह से सीएम रहते अरविंद केजरीवाल और फिर उनके बाद पद संभालने वाली आतिशी ने विधानसभा के पटल पर इसे नहीं रखा। दिल्ली हाईकोर्ट ने भी सीएजी रिपोर्ट दिल्ली विधानसभा में पेश न करने पर आम आदमी पार्टी की तत्कालीन सरकार को फटकार लगाई थी। आम आदमी पार्टी के विधायक दल की बैठक में नेता विपक्ष चुने जाने के बाद पूर्व सीएम आतिशी ने कहा कि जब वो सीएम थीं, तब सीएजी रिपोर्ट विधानसभा स्पीकर को भेज दी थीं। आतिशी ने कहा कि बीजेपी गलत जानकारी फैला रही है कि सीएजी रिपोर्ट उसकी सरकार पेश कर रही है।
#WATCH | Delhi: On the CAG report to be tabled in the Delhi Assembly, AAP leader Atishi says, “As CM, I had sent the CAG report to the speaker of the Delhi assembly… These CAG reports were sent to the assembly in a sealed envelope before the elections… BJP is trying to spread… pic.twitter.com/0MXU54QCzD
— ANI (@ANI) February 23, 2025
कुल मिलाकर दिल्ली विधानसभा में सीएम रेखा गुप्ता और नेता विपक्ष और पूर्व सीएम आतिशी के बीच पहली जंग का मैदान तैयार नजर आ रहा है। दिल्ली विधानसभा में बीजेपी के 48 और आम आदमी पार्टी के 22 विधायक हैं। इस तरह बीजेपी की सरकार के पास बहुमत से ज्यादा संख्या है और इसके कारण वो कोई भी प्रस्ताव आसानी से पास करा सकती है। अब सबकी नजर इस पर है कि दिल्ली विधानसभा में सीएजी की जिन रिपोर्ट को पेश किया जाना है, उनसे क्या खुलासे होते हैं और क्या इससे अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के लिए मुश्किलें बढ़ेंगी?