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New Parliament Building: नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल होने के लिए चेन्नई से रवाना हुए संत, PM मोदी को देंगे स्पेशल गिफ्ट

New Parliament Building: बता दें कि नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम के बाद सेंगोल को लेकर भी भाजपा और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग भी लगातार देखने को मिल रही है। भाजपा का दावा है कि 1947 में आजादी के वक्त अंग्रेजों ने भारत को सत्ता हस्तांतरण के तौर सेंगोल देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को दिया था। लेकिन कांग्रेस पार्टी ने भाजपा के इन दावों को नकारा था।

Seers of Dharmapuram Adheenam

नई दिल्ली।  एक तरफ जहां नए संसद भवन के लोकापर्ण कार्यक्रम को लेकर विपक्षी दल सियासत कर रही है। 21 विपक्षी पार्टियों ने इस समारोह का बहिष्कार करने का ऐलान किया है। वहीं दूसरी तरफ कुछ दलों ने इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बनने के लिए शामिल होने जा रहे है। नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए धर्मपुरम आदिनम के संत (Seers of Dharmapuram Adheenam) चेन्नई एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। बताया जा रहा है कि संत अपने साथ एक स्पेशल तोहफा भी साथ लेकर आ रहे हैं जो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेंट करेंगे। धर्मपुरम आदिनम के संत रविवार को उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी को पवित्र सेंगोले भी सौपेंगे। पीएम मोदी इस सेंगोल को लोकसभा स्पीकर की कुर्सी के पास रखेंगे।

बता दें कि नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम के बाद सेंगोल को लेकर भी भाजपा और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग भी लगातार देखने को मिल रही है। भाजपा का दावा है कि 1947 में आजादी के वक्त अंग्रेजों ने भारत को सत्ता हस्तांतरण के तौर सेंगोल देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को दिया था। लेकिन कांग्रेस पार्टी ने भाजपा के इन दावों को नकारा था। कांग्रेस का कहना था कि इसका कोई भी प्रूफ नहीं है।

पीएम मोदी रविवार को नए संसद भवन का लोकापर्ण करने जा रहे हैं। हालांकि नए संसद भवन के उद्घाटन से पहले जमकर सियासत भी हो रही है कई विपक्षी नेताओं की तरफ से इस पर बयान भी दिए गए है और कार्यक्रम का बहिष्कार करने का ऐलान कर चुके हैं। वहीं इस समारोह को लेकर विपक्षी एकता में फूट पड़ती दिखाई दे रही है।

गैर एनडीए के सहयोगी भी इस कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे है। वहीं 28 मई को ऐतिहासिक बनाने के भाजपा की तरफ से बड़ा मेगा प्लान तैयार किया गया है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, नए संसद भवन का लोकापर्ण कार्यक्रम 2 सत्रों में हो सकता है। पहला सत्र सुबह का 7.15 बजे से सुबह 9.30 बजे तक होगा। इसके बाद समारोह का दूसरा हिस्सा दोपहर 12 बजे से 2.30 बजे तक चलने की उम्मीद है।

 

 

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