नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने टैरिफ को हथियार बताया है। दिल्ली में हो रहे रायसीना डायलॉग में विदेश मंत्री ने कहा कि आपको अच्छा लगे या नहीं, लेकिन टैरिफ सिर्फ आर्थिक उपाय नहीं हैं। जयशंकर ने कहा कि टैरिफ को देश अपने हितों की रक्षा के लिए शक्तिशाली उपकरण बना चुके हैं। जयशंकर ने कहा कि पिछले 10 साल में ऊर्जा की आपूर्ति, वित्त का प्रवाह और तकनीकी जैसी गतिविधियों का हथियार के तौर पर तेजी से इस्तेमाल होने लगा है। दुनिया ऐसे नए आर्थिक समीकरण की तरफ बढ़ रही है, जहां नीतियां और प्रतिबंध रणनीतिक प्रतिस्पर्धा का हिस्सा बन गए हैं।
#WATCH | Delhi: When asked whether trade barriers, tariffs and tech sanctions or restrictions have any place in our foreign policy or should have a place in our policy, EAM Dr S Jaishankar says, “…Tariffs, sanctions, I think, whether we would like it or not they are a reality,… pic.twitter.com/x78qklilOs
— ANI (@ANI) March 19, 2025
रायसीना डायलॉग में जयशंकर ने कहा कि दुनिया की यही सच्चाई है। आप अपने कारोबार के लिए लड़ते हैं। क्योंकि आप अपने यहां के रोजगार के लिए लड़ रहे हैं। आप अपने राष्ट्र की व्यापक ताकत के लिए लड़ रहे हैं। विदेश मंत्री ने कहा कि इस लड़ाई में कारोबार का बड़ा योगदान है। अलग-अलग देशों से रिश्तों पर एस. जयशंकर ने कहा कि आज अलग-अलग क्षेत्रों को विभाजित करने वाली रेखाएं मिट गई हैं। अगर अंतरराष्ट्रीय संबंधों को देखें, तो लगता है कि ये एक दशक पहले की संस्कृति के मुकाबले कम संयम रखते हैं। उन्होंने सोशल मीडिया, दूरसंचार पर भी अपनी राय रखी। विदेश मंत्री जयशंकर का टैरिफ को लेकर बयान इस मायने में महत्वपूर्ण है कि अमेरिका ने चीन, कनाडा और मेक्सिको पर टैरिफ लगाया है। बदले में इन देशों ने भी अमेरिका से आने वाले सामान पर टैरिफ लगा दिया है।
#WATCH | Delhi: When asked how he views the weaponisation of global goods like social media, telecom, External Affairs Minister Dr S Jaishankar says, “There are different ways of dealing with weaponization. One is to stay on the right side of the weapon so you don’t get hit…… pic.twitter.com/jlbmBSOoLR
— ANI (@ANI) March 19, 2025
डोनाल्ड ट्रंप ने एलान किया है कि वो 2 अप्रैल से भारत समेत तमाम देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाएंगे। ट्रंप ने यूरोप के देशों से अमेरिका आने वाले सामान पर भी टैरिफ लगाने का इरादा जाहिर किया है। वहीं, 13 मार्च को व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरोलिन लेविट ने भी भारत के टैरिफ पर बयान दिया था। लेविट ने कहा था कि अमेरिका के शराब और कृषि उत्पादों पर भारत ने टैरिफ लगाया है। बता दें कि टैरिफ का मसला सुलझाने के लिए भारत और अमेरिका ने अपने प्रतिनिधि नियुक्त किए हैं। मोदी सरकार में वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भी टैरिफ के मसले पर बात करने 3 मार्च को अमेरिका गए थे।