नई दिल्ली। केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के विरोध में किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) शुक्रवार को 23वें दिन जारी है। दिल्ली की सीमाओं पर हजारों की संख्या में किसान डटे हुए हैं और कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग पर अड़े हैं। वहीं सरकार कानूनों को वापस लेने के पक्ष में नहीं है। हालांकि बातचीत से हल निकालने की लगातार कोशिश की जा रही है और सरकार कानूनों में संशोधन के लिए भी तैयार है। वहीं आज आगे की रणनीति तय करने के लिए किसान संगठनों के नेता कॉलिन गोंजाल्वेस, दुष्यंत दवे और प्रशांत भूषण जैसे वकीलों के साथ विचार-विमर्श करेंगे।
कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 23वें दिन भी जारी है, इस बीच बॉर्डर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। #farmersrprotest pic.twitter.com/R0JNupDXjK
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 18, 2020
अपडेट-
किसान आंदोलन के बीच शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा है कि कितने किसानों को अभी कुर्बानी देनी होगी, ये कानून कब वापस होंगे।
और कितने अन्नदाताओं को क़ुर्बानी देनी होगी?
कृषि विरोधी क़ानून कब ख़त्म किए जाएँगे? pic.twitter.com/ODdgUwLaLZ
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 18, 2020
किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी के महासचिव श्रवण सिंह पंढेर ने कहा कि कमेटी बनाना समस्या का हल नहीं है, पहले भी किसानों ने छोटी कमेटी बनाने से इनकार किया था। तोमर जी ने कल जो चिट्ठी लिखी है वो देश को भ्रमित करने वाली है, उसमें कुछ नया नहीं है। कुछ नया होता तो हम उस पर टिप्पणी करते।
कमेटी बनाना समस्या का हल नहीं है, पहले भी किसानों ने छोटी कमेटी बनाने से इनकार किया था। तोमर जी ने कल जो चिट्ठी लिखी है वो देश को भ्रमित करने वाली है, उसमें कुछ नया नहीं है। कुछ नया होता तो हम उस पर टिप्पणी करते: श्रवण सिंह पंढेर, किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी के महासचिव #FarmLaws pic.twitter.com/lFE0PAINjH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 18, 2020
सिंघु बॉर्डर पर किसान ठंड से बचने के लिए अधिक तम्बू की व्यवस्था कर रहे हैं। एक प्रदर्शनकारी किसान ने कहा कि हम अपने आप को लंबे समय के लिए तैयार कर रहे हैं। क्योंकि काले कानूनों के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी। यह ठंड हो रही है, इसलिए हम और अधिक टेंट लगा रहे हैं।
Delhi: Protesting farmers at Singhu border say they’re making more tent arrangements to face cold weather conditions.
“We’re preparing ourselves for a longer stay as our fight against black laws will continue. It’s getting colder, so we’re putting more tents,” says a protester. pic.twitter.com/7Jd1yBccFP
— ANI (@ANI) December 18, 2020
किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी पंजाब के दयाल सिंह ने बताया, “सुप्रीम कोर्ट ने जो कमेटी बनाई है उसमें हम यकीन नहीं रखते। अगर सरकार बातचीत करके काले कानून वापस लेती है तो ठीक, नहीं तो हम ये मोर्चा नहीं छोड़ेंगे।”
कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी पंजाब के दयाल सिंह ने बताया, “सुप्रीम कोर्ट ने जो कमेटी बनाई है उसमें हम यकीन नहीं रखते। अगर सरकार बातचीत करके काले कानून वापस लेती है तो ठीक, नहीं तो हम ये मोर्चा नहीं छोड़ेंगे।” pic.twitter.com/0VTUbAKWh7
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 18, 2020
किसान आंदोलन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मध्य प्रदेश के किसानों को संबोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मध्य प्रदेश के किसानों को संबोधित करेंगे। pic.twitter.com/Ch0RzPH9Ov
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 18, 2020
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने यातायात को लेकर एडवाइजरी जारी की है। दिल्ली पुलिस के अनुसार, झटीकरा बॉर्डर केवल दोपहिया और पैदल यात्रियों के लिए खुला है। दिल्ली से नोएडा की ओर जाने वाले चिल्ला बॉर्डर का एक कैरिज-वे यातायात के लिए खुला है, हालांकि नोएडा से दिल्ली के लिए दूसरा कैरिजवे बंद है।
Jhatikara border is open only for two-wheelers and pedestrian movement. Chilla Border one carriageway from Delhi to Noida is open for traffic however the other carriageway from Noida to Delhi is closed: Delhi Traffic Police#FarmersProtest pic.twitter.com/VGNOeXH7De
— ANI (@ANI) December 18, 2020