नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आवास पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल के साथ एक हाईलेवल मीटिंग की। इस बैठक में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीए) जनरल अनिल चौहान और थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना चीफ एडमिरल दिनेश त्रिपाठी और वायु सेना प्रमुख भी मौजूद रहे। मोदी ने बैठक में स्पष्ट शब्दों में पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों को करारा जवाब देने के राष्ट्रीय संकल्प को दोहराया। मोदी ने भारतीय सेनाओं की क्षमताओं पर पूर्ण विश्वास जताया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद हमारी जवाबी कार्रवाई का तरीका क्या हो, इसके टार्गेट्स कौन हों और इसका समय क्या हो, इस प्रकार के सभी फैसले लेने के लिए सेना को खुली छूट है।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”><a href=”https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#WATCH</a> | PM Narendra Modi chairs a meeting with Defence Minister Rajnath Singh, NSA Ajit Doval, CDS and chiefs of all the Armed Forces. <a href=”https://t.co/Wf00S8YVQO”>pic.twitter.com/Wf00S8YVQO</a></p>— ANI (@ANI) <a href=”https://twitter.com/ANI/status/1917198663312654482?ref_src=twsrc%5Etfw”>April 29, 2025</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम हमले के बाद स्पष्ट शब्दों में आतंकियों को चेतावनी देते हुए कहा था कि ऐसी सजा दी जाएगी जिसकी कल्पना भी नहीं की होगी। मोदी ने कहा था कि यह हमला किसी एक व्यक्ति पर नहीं देश के हर नागरिक पर प्रहार है। रविवार को मन की बात कार्यक्रम के 121वें एपिसोड में भी मोदी ने पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए एक बार फिर पीड़ित परिवारों को इस बात का विश्वास दिलाया था कि उन्हें न्याय जरूर मिलेगा। मोदी ने कहा था कि पहलगाम हमले को जिन लोगों ने अंजाम दिया है और इसमें उनका जिन लोगों ने साथ दिया है उनको धरती के किसी भी छोर से ढूढ निकालेंगे।
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी। इस हमले को लेकर देशभर में लोगों के मन में गुस्सा है। थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी हाल ही में श्रीनगर का दौरा करके लौटे हैं। वहां उन्होंने सीमा सुरक्षाबल के वरिष्ठ अधिकारियों और वहां अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। वहां से लौटने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ उनकी और सीडीएस की एक बैठक हो चुकी है।