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Himachal Political Crises : हिमाचल में कांग्रेस के 6 बागी विधायकों समेत 3 निर्दलीय विधायक बीजेपी में शामिल, सुक्खू सरकार पर साधा निशाना

Himachal Political Crises : राज्यसभा चुनाव में 6 विधायकों द्वारा क्रास वोटिंग के चलते कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी की हार के बाद इन सभी विधायकों को विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया था।

नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में पिछले कई दिनों से जारी सियासी उठापटक के बीच जो आशंकाएं लगाई जा रही थीं आज उन पर विराम लग गया। विधानसभा से अयोग्य करार दिए कांग्रेस के 6 विधायकों समेत 3 निर्दलीय विधायक आज भाजपा में शामिल हो गए। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और राज्य इकाई के अध्यक्ष राजीव बिंदल की उपस्थिति में ये सभी भाजपा में शामिल हुए। भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद सभी ने हिमाचल की कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठाए।

राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के कारण कांग्रेस विधायक के रूप में अयोग्य घोषित किए गए सुधीर शर्मा, रवि ठाकुर, राजेंद्र राणा, इंद्र दत्त लखनपाल, चैतन्य शर्मा और देवेंद्र कुमार भुट्टो ने भाजपा ज्वाइन की। ये सभी कांग्रेस के टिकट पर निर्वाचित हुए थे। वहीं निर्दलीय विधायकों आशीष शर्मा, केएल ठाकुर और होशियार सिंह ने भी भाजपा की सदस्यता ज्वाइन की।

पूर्व विधायकों का पार्टी में स्वागत करते हुए, जयराम ठाकुर ने कहा कि उनकी उपस्थिति से भाजपा और मजबूत होगी। उन्होंने राज्य की कांग्रेस सरकार पर अपने वादों को पूरा करने में विफल रहने का आरोप लगाया और कहा कि लोगों में चौतरफा गुस्सा है। बीजेपी में शामिल होने के बाद हिमाचल के बागी विधायक रवि ठाकुर हिमाचल प्रदेश के कुल बजट का 90 फीसदी हिस्सा केंद्र से आता है। रवि ठाकुर कहा कि यही कारण है कि मैंने अपने निर्वाचन क्षेत्र लाहौल-स्पीति को ध्यान में रखते हुए हर्ष महाजन को वोट दिया। यह दुर्भाग्यपूर्ण था कि विधानसभा अध्यक्ष ने हमें बिना किसी कारण के निलंबित कर दिया।

चैतन्य शर्मा ने कहा कि इस सबके पीछे क्या था, इस पर आने वाले दिनों में विस्तार से चर्चा होनी चाहिए। राज्यसभा चुनाव की बात करें तो संविधान द्वारा हमें दिए गए अधिकारों के तहत प्रत्येक नागरिक अपने विवेक के अनुसार मतदान करने का पात्र है। हमने अभी-अभी अपने अधिकार का प्रयोग किया है और हिमाचल प्रदेश के निवासी हर्ष महाजन को वोट दिया है, यदि किसी व्यक्ति के विचारों और विचारों को दबाया जाता है, और उस व्यक्ति को किनारे कर दिया जाता है, तो यह सिर्फ उस व्यक्ति के आत्म-सम्मान की हानि नहीं है। यह उन लोगों का भी नुकसान है जिन्होंने उस व्यक्ति को चुना है।

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