नई दिल्ली। राजनीति की दुनिया में ऐसा बहुत कुछ होता है, जिस पर कुछ बोले बिना सियासी नुमाइंदे रह नहीं पाते हैं। आज ऐसा ही कुछ हुआ है, जिस पर चौतरफा सियासी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही है। आखिर क्या करें, मसला ही ऐसा है कि कोई भी बिना बोल इस पर नहीं रह पा रहा है। पता ही होगा आपको कि आज तीन लोकसभा सीटों समेत सात विधानसभा सीटों पर बीते 23 जून को हुए उपचुनाव के नतीजों की घोषणा हुई है। हालांकि, इसमें से कई सीटों के बारे में हम आपको दूसरे रिपोर्ट में बता ही चुके हैं, लेकिन इस रिपोर्ट में हम आपको रामपुर और आजमगढ़ के बारे में बताने जा रहे हैं। दरअसल, इन दोनों ही सीटों पर बीजेपी प्रत्याशियों ने विजयी पताका लहराया है। जिसमें रामपुर और आजमगढ़ शामिल हैं। बता दें कि रामपुर सीट पर घनाश्याम लोधी ने विजयी पताका फहराया है, तो वहीं आमजगढ़ सीट से निरहुआ ने जीत दर्ज की है। गौर करने वाली बात है कि ये दोनों ही सीटें समाजवादी पार्टी का गढ़ मानी जाती है, लेकिन इन दोनों ही गढ़ों में बीजेपी ने जबरदस्त जीत हासिल की है, जिसे जानकर सपा सकते में आ चुकी है, जिस पर सियासी बिरादरी से जुड़े कई लोगों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। अब इसी कड़ी में एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का बयान सामने आया है। आइए, आपको बताते हैं कि आखिर उन्होंने क्या कुछ कहा है।
ओवैसी ने क्या कहा है?
दरअसल, ओवैसी ने कहा कि रामपुर और आजमगढ़ के चुनावी नतीजों से यह साफ जाहिर होता है कि सपा में बीजेपी को हराने का माद्दा बिल्कुल भी नहीं है। लिहाजा मैं मुस्लिम मतदाताओं से अपील करूंगा कि वे अपना बेशकीमती मत जाया न करें। उन्होंने कहा कि मैं मुस्लिम मतदाताओं से अपील करना चाहूंगा कि वे इन निकम्मी पार्टियों पर अपना वोट जाया न करने की जगह खुद की अपनी एक सियासी पहचान बनाए। कोई दो मत नहीं है कि वे अपने उक्त बयान से मुस्लिम समुदास से सीधा- सीधा उनकी पार्टी एआईएमआईएम को वोट देने की अपील कर रहे थे। उन्होंने साफ कर दिय़ा था कि अब सपा के अंदर सियासी मैदान में टिकने की कुव्वत नहीं रह गई है। अब यह पार्टी राजनीतिक लिहाज से बिल्कुल भी दुरूस्त नहीं है।
बता दें कि समाजवादी पार्टी मुख्य रूप से यादव मुस्लिम वोटरों के लिए जानी जाती है और हैरानी की बात है कि आजमगढ़ और रामपुर सरीखे इलाकों में इन्हीं समुदाय का दबदबा है, लेकिन इसके बावजूद भी जिस तरह से सपा को उपचुनाव में करारी शिकस्त झेलनी पड़ी है, वह अपने आप में विवेचना का विषय है। जिसे ध्यान में रखते हुए ओवैसी ने यह बयान दिया है। गौरतलब है कि बीते दिनों उत्तर प्रदेश विधानसभा में बतौर विधायक चयनित होने के बाद ये दोनों ही सीटें रिक्त हुई थी, जिस पर अब उपचुनाव कराए गए हैं जिसमें बीजेपी अपना झंडा बुलंद करने में सफल रही है। ऐसे में बतौर पाठक आपका इस पूरे मसले पर क्या कुछ कहना है। आप हमें कमेंट कर बताना बिल्कुल भी मत भूलिएगा। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए आप पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम