News Room Post

Israel Hamas War: UN में गाजा संघर्ष-विराम पर वोटिंग से भारत ने बनाई दूरी, तो तिलमिलाई प्रियंका, अब मुख्तार अब्बास नकवी ने दिया करारा जवाब

Priyanka Gandhi 12

नई दिल्ली। इजराइल ने गाजा पट्टी पर हमला किया। जिसमें फिलिस्तीन के हजारों मासूम लोग मारे गए। अरब मुल्कों ने एकजुट होकर इजराइल के इस कदम की निंदा की। लेकिन इजराइल पर इस निंदा का कोई असर नहीं पड़ा। इजराइल ने मन बना लिया है कि हमास के आतंकियों के नामों-निशान को खत्म करके रहना है। लिहाजा इजराइल की ओर से लगातार हमला जारी है। उधर, दोनों देशों के बीच जारी युद्ध को लेकर भारत में राजनीति का पारा काफी हाई हो चुकी है। केंद्र की मोदी सरकार ने इजराइल का समर्थन करने का ऐलान कर दिया है, लेकिन कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल फिलिस्तीन के समर्थन में है, जिसे लेकर अब दोनों पक्षों के बीच विवाद का सिलसिला जारी है।

उधर, बीते दिनों संयुक्त राष्ट्र में गाजा पट्टी में संघर्म विराम आह्वान करने वाले प्रस्ताव पर भारत ने वोटिंग करने से साफ इनकार कर दिया। भारत ने इस वोटिंग से दूरी बनाई, तो विपक्षी दल तिलमिला गए। कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी से लेकर ओवैसी की पार्टी तक ने सरकार के इस कदम की आलोचना की। प्रियंका गांधी ने इस संदर्भ में ट्वीट कर कहा कि “आँख के बदले आँख पूरी दुनिया को अंधा बना देती है” ~महात्मा गांधी मैं स्तब्ध और शर्मिंदा हूं कि हमारे देश ने गाजा में युद्धविराम के लिए मतदान करने से परहेज किया है। हमारे देश की स्थापना अहिंसा और सत्य के सिद्धांतों पर हुई थी, जिन सिद्धांतों के लिए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने जीवन का बलिदान दिया, ये सिद्धांत संविधान का आधार हैं जो हमारी राष्ट्रीयता को परिभाषित करते हैं। वे भारत के नैतिक साहस का प्रतिनिधित्व करते हैं जिसने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सदस्य के रूप में इसके कार्यों का मार्गदर्शन किया। जब मानवता के हर कानून को नष्ट कर दिया गया है, लाखों लोगों के लिए भोजन, पानी, चिकित्सा आपूर्ति, संचार और बिजली काट दी गई है और फिलिस्तीन में हजारों पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को नष्ट किया जा रहा है, तो स्टैंड लेने से इंकार करना और चुपचाप देखना गलत है। एक राष्ट्र के रूप में हमारा देश अपने पूरे जीवन काल में उन सभी चीज़ों के लिए खड़ा रहा है जिनके लिए हमारा देश खड़ा रहा है।

वहीं, प्रियंका के इस बयान के बाद सरकार की ओर से मोर्चा संभालते हुए मुख्तार अब्बास नकवी ने उन्हें माकूल जवाब दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि जो लोग “शर्मिंदा और हैरान” हैं, उन्हें यह एहसास होना चाहिए कि भारत कभी भी आतंकवाद के पक्ष में नहीं होगा। भारत की वोट की व्याख्या – इसे स्पष्ट रूप से बताया गया है। इजराइल-फिलिस्तीन मुद्दे पर हमारी स्थिति दृढ़ और सुसंगत है। जो लोग आतंक का साथ देना चुनते हैं वे ऐसा अपने जोखिम पर करते हैं… हल्के ढंग से कहें तो, प्रियंका जी, आपको सबसे पहले अपने आप को उन चीजों के बारे में शिक्षित करना चाहिए जो आपके एक्स अकाउंट से बाहर आती हैं। ऐसा लगता है कि जिन लोगों को इस स्थिति पर कांग्रेस की पिछली स्थिति के बारे में कोई जानकारी नहीं है, वे आपको सलाह दे रहे हैं। इससे भी बुरी बात यह है कि आपको राहुल से ‘बेहतर’ दिखाने की कोशिश में वे आपको मूर्ख बना रहे हैं।

सनद रहे कि बीते 7 अक्टूबर को आतंकी संगठन हमास ने इजराइल पर समुद्र, जल और वायु मार्ग से हमला किया था। इस हमले की जद में आकर अब तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। उधर, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू स्पष्ट कर चुके हैं कि दुश्मन देश को इसके एवज में भारी कीमत चुकानी होगी। बहरहाल, अब आगामी दिनों में इजराइल हमास के बीच जारी जंग को लेकर भारत में राजनीतिक दिशा व दशा कैसी रहती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

Exit mobile version