नई दिल्ली। नेशनल हेराल्ड केस में अब कांग्रेस पर जांच में सहयोग न करने का आरोप प्रवर्तन निदेशालय ED ने लगाया है। ईडी के सूत्रों के हवाले से न्यूज चैनल ‘आज तक’ ने ये खबर दी है। चैनल को जांच एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि दिल्ली के हेराल्ड हाउस में यंग इंडियन के दफ्तर को कांग्रेस के इसी असहयोग के कारण सील करना पड़ा। ईडी सूत्रों के मुताबिक मंगलवार को जांच एजेंसी की टीम छानबीन के लिए यंग इंडियन के दफ्तर गई थी, लेकिन वहां उस दौरान कांग्रेस की तरफ से कोई मौजूद नहीं था। इसी वजह से अस्थायी तौर पर उसे सील करना पड़ा है।
ईडी सूत्रों के मुताबिक यंग इंडियन दफ्तर के प्रिंसिपल ऑफिसर मल्लिकार्जुन खड़गे हैं। ईडी के अफसर जब हेराल्ड हाउस स्थित दफ्तर पहुंचे, तो खड़गे बिना सहयोग किए वहां से चले गए। अब जांच एजेंसी ने मल्लिकार्जुन खड़गे को समन भेजा है कि वो छानबीन के दौरान यंग इंडियन के दफ्तर में मौजूद रहें। जांच एजेंसी का कहना है कि सील को तभी हटाया जाएगा, जब कांग्रेस की तरफ से अधिकृत व्यक्ति छानबीन के दौरान वहां मौजूद रहे। वहीं, खड़गे ने आज तक से बातचीत में इससे इनकार किया कि उन्होंने ईडी से सहयोग नहीं किया। खड़गे ने कहा कि जांच एजेंसी ने तो उनसे सर्च करने की इजाजत तक नहीं मांगी और ईडी के अफसरों को उन्होंने छानबीन करने से रोका भी नहीं।
वहीं, कांग्रेस और दिल्ली पुलिस के बीच भी बयानबाजी की झड़ी बुधवार को लग गई। कांग्रेस के नेता अजय माकन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया था कि कांग्रेस दफ्तर, सोनिया गांधी और राहुल गांधी के घरों के बाहर बड़ी तादाद में पुलिस इसलिए लगाई गई है, ताकि पार्टी के लोगों को 5 अगस्त को प्रदर्शन करने से रोका जा सके। उन्हें डराया जा सके। वहीं, दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक स्पेशल ब्रांच को ये जानकारी मिली थी कि हेराल्ड हाउस पर ईडी की कार्रवाई के खिलाफ बड़ी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता वहां जुटने वाले है। इसी वजह से सुरक्षा को तगड़ा किया गया।