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Operation Lotus In Karnataka!: कर्नाटक में कांग्रेस सरकार को पलटने के लिए बीजेपी चला रही ‘ऑपरेशन कमल’!, इन वजहों से सीएम सिद्धारामैया को लग रहा है सत्ता गंवाने का डर

siddaramaiah

बेंगलुरु। कर्नाटक में क्या कांग्रेस की सरकार को गिराने के लिए बीजेपी ‘ऑपरेशन कमल’ चला रही है? ये डर कर्नाटक के सीएम सिद्धारामैया को सता रहा है। सिद्धारामैया ने शनिवार को यही डर सामने लाते हुए कहा कि बीजेपी उनकी सरकार को गिराने के लिए पुरजोर कोशिश कर रही है और विधायकों को खरीदने की कोशिश जारी है। सिद्धारामैया ने दावा ये भी किया कि कांग्रेस का कोई भी विधायक बीजेपी की चाल में नहीं आएगा और न ही बिकेगा। दरअसल, सिद्धारामैया को ये डर उसी दिन से सता रहा है, जबसे कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनी है। कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए सिद्धारामैया और डिप्टी सीएम बनाए गए डीके शिवकुमार के बीच लंबी जंग चली थी। शिवकुमार और सिद्धारामैया को सीएम बनाने के लिए खूब पोस्टरबाजी भी हुई थी। आखिरकार कांग्रेस आलाकमान ने मसला सुलझाया था।

कर्नाटक में सीएम बनने के लिए डीके शिवकुमार (बाएंं) और सिद्धारामैया (दाएं) के बीच चली थी तगड़ी जंग।

अब सिद्धारामैया को बीजेपी के ऑपरेशन कमल का डर एक बार फिर इस वजह से सता रहा है क्योंकि कांग्रेस के विधायक रविकुमार गौड़ा ने शुक्रवार को कहा कि बीजेपी ने हर विधायक को अपने साथ आने के लिए 50-50 करोड़ और मंत्रीपद देने का लालच दिया है। वहीं, डीके शिवकुमार भी कह चुके हैं कि बीजेपी ने कांग्रेस की सरकार गिराने के लिए बड़ी साजिश रची है, लेकिन ये सफल नहीं होगी। दूसरी तरफ ऑपरेशन कमल का डर इसलिए भी सिद्धारामैया और उनके करीबियों को सता रहा है क्योंकि कर्नाटक के गृहमंत्री जी. परमेश्वर ने बीते शुक्रवार को एक पार्टी दी थी। उस पार्टी से डिप्टी सीएम शिवकुमार नदारद थे। उसी दिन मांड्या सीट के विधायक रविकुमार गौड़ा ने दावा किया था कि ढाई साल बाद सिद्धारामैया को हटाकर डीके शिवकुमार को कर्नाटक का सीएम बनाया जाएगा। सिद्धारामैया सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री सतीश जारकीहोली से भी डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार का छत्तीस का आंकड़ा बताया जाता है।

सूत्रों के मुताबिक सतीश जारकीहोली ने कर्नाटक के 20 कांग्रेस विधायकों के साथ दुबई जाने का प्लान भी तैयार कर लिया है। माना जा रहा है कि वो अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं। इससे पहले इतने ही विधायकों को वो मैसुरु ले जाना चाहते थे, लेकिन कांग्रेस आलाकमान यानी राहुल और सोनिया गांधी के हस्तक्षेप के बाद विधायकों के संग मैसुरु जाने का प्लान सतीश जारकीहोली ने बीते दिनों कैंसिल कर दिया था। दरअसल, कांग्रेस और सिद्धारामैया का डर ऐसे ही नहीं पनपा है। पिछली बार जब जेडीएस के एचडी कुमारस्वामी के साथ मिलकर कांग्रेस ने कर्नाटक में सरकार बनाई थी, तो महज 14 महीने में ही तमाम विधायक टूटकर बीजेपी में चले गए थे। जिसके बाद बीजेपी ने पूरे कार्यकाल तक कर्नाटक में सरकार चलाई थी।

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