नई दिल्ली। एनडीए में शामिल नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के वरिष्ठ नेता के.सी. त्यागी ने सरकार गठन से पहले आज नया राग छेड़ते हुए अग्निवीर योजना की फिर से समीक्षा किए जाने की बात कर दी। वहीं इस मामले पर अब बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और कभी नीतीश कुमार के बहुत करीबी रहे जीतन राम मांझी ने टिप्पणी करते हुए इस तरह की बयानबाजी को गठबंधन धर्म के खिलाफ बताया है। एनडीए में ही शामिल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने जेडीयू नेता की टिप्पणी का विरोध करते हुए नाराजगी जताई। मांझी ने कहा कि अगर जेडीयू को अग्निवीर योजना को लेकर आपत्ति है और वो इसकी समीक्षा चाहती है तो इस मुद्दे को एनडीए की बैठक में उठाना चाहिए था, न कि इस तरह से मीडिया के सामने।
दूसरी तरफ, जेडीयू नेता के.सी. त्यागी के अग्निवीर योजना पर दिए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जी ने इस पर बयान दिया था और उन्होंने कहा था अगर जरूरत पड़ी तो केंद्र सरकार अग्निवीर योजना की समीक्षा के लिए तैयार है। इस बात पर इतना हो-हल्ला नहीं होना चाहिए।
#WATCH | Patna | On JD(U) spokesperson KC Tyagi’s statement on the Agniveer scheme, Bihar Dy CM Samrat Chaudhary says, “…Rajnath Singh ji had given a statement on this and had stated about review (if needed)…” pic.twitter.com/hfhypxNCZU
— ANI (@ANI) June 6, 2024
आपको बता दें कि के.सी. त्यागी ने मीडिया से बात करते हुए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग को दोहराते हुए समान नागरिक संहिता के मुद्दे पर भी बात की। त्यागी ने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पर सभी राज्यों से बातचीत करने की जरूरत पर बल दिया। दूसरी तरफ एनडीए की एक और बड़ी सहयोगी टीडीपी ने भी पार्टी अपनी पार्टी के लिए लोकसभा स्पीकर के पद के साथ केंद्र सरकार में 6 महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी मांगी है। बहुमत के आंकड़े के लिए इन दोनों दलों का एनडीए में रहना बहुत जरूरी है। ऐसे में इन दोनों पार्टियों द्वारा प्रेशर पालिटिक्स का गेम खेला जा रहा है।