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Scindia On Jairam Ramesh: ‘कविताएं कम, इतिहास ज्यादा पढ़ें…’ ज्योतिरादित्य ने जयराम रमेश को दिया मुंहतोड़ जवाब, साथ में कांग्रेस के लिए कह दी ये बात

Jyotiraditya Scindia On Jairam Ramesh

नई दिल्ली। ज्योतिरादित्य सिंधिया जब से भारतीय जनता पार्टी में आए हैं तभी से कांग्रेस उनके पीछे हाथ धोकर पड़ी हुई है। कभी कोई कांग्रेस नेता तो कभी कोई और दूसरा नेता सिंधिया पर निशाना साधते हैं। अब इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमलावर हैं। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया के जरिए सिंधिया पर हमला बोला है। कांग्रेस नेता का कहना है कि सिंधिया को जितना लाभ उनकी पार्टी (कांग्रेस) में मिला वो इसके योग्य नहीं थे। भाजपा (BJP) में शामिल होने के बाद उनकी असली चेहरा लोगों के सामने आ रहा है। अब कांग्रेस नेता जयराम रमेश द्वारा किए गए इस वार पर सिंधिया ने पलटवार किया है।

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक के बाद एक ट्वीट कर बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला किया है। जयराम रमेश ने अपने पहले ट्वीट में सिंधिया पर हमला करते हुए कहा, ‘कांग्रेस पार्टी में जितना सम्मान और लाभ मिला वो अब गुजरते दिन के साथ इसके योग्य नहीं रहे। उनका असली चेहरा तो अब बीजेपी में जाकर देखने को मिल रहा है जो उन्होंने अब तक छुपाया हुआ था’। अपने दूसरे ट्वीट में जयराम रमेश ने झांसी की रानी की एक कविता के सहारे सिंधिया पर वार करते हुए लिखा, ‘क्या सिंधिया झांसी की रानी पर सुभद्रा कुमारी चौहान की अमर कविता को भूल तो नहीं गए हैं?’।

अब कांग्रेस नेता जयराम रमेश के इन ट्वीट पर सिंधिया ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जयराम रमेश के पहले ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, मुंह में राम, बगल में छुरी !, आपके कहे गए शब्द ये बताते हैं कि कांग्रेस में अब कितनी मर्यादा और विचार धारा शेष है। आप खुद के लिए ही समर्पित हैं लेकिन मैं और मेरा परिवार हमेशा से जनता के लिए जवाबदेह रहा है और हमेशा जनता के लिए काम करता रहेगा।

वहीं, झांसी की रानी पर सुभद्रा कुमारी चौहान की अमर कविता वाले ट्वीट पर सिंधिया ने कहा, ‘आपको कविता से ज्यादा इतिहास पढ़ने की जरूरत है’। आगे अपने ट्वीट में सिंधिया ने लिखा, ‘मराठों ने दिल्ली के साम्राज्य में जीत हासिल की। हमेशा मराठाओं ने ब्रिटिश के वर्चस्व को चुनौती दी। हालांकि ग्वालियर के महादजी सिंधिया की मौत के बाद मराठा शक्ति विभाजित हो गई। मराठों ने ही दक्षिण में अंग्रेजों को मात दी। उत्तर में ग्वालियर के सिंधिया का प्रभुत्व था और राजधानी के गरीब असहाय सम्राट को नियंत्रित किया था’।

आपको बता दें कि बीते बुधवार को ही केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा था। राहुल गांधी पर वार करते हुए सिंधिया ने कहा था कि उनकी कोई विचारधारा नहीं है। राहुल ने पिछड़ों का अपमान किया, सेना के जवानों के शौर्य पर सवाल उठाए। चीनी सैनिकों द्वारा हमारे जवानों के पिटने की बात कही। अब इस कांग्रेस पार्टी के पास केवल देशद्रोही विचारधारा बची है और वो इसी विचारधारा के साथ देश के खिलाफ काम करती है।

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